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    सितंबर के बाद निर्यात गिरावट में आ सकती है कमी, जानिए क्या है कम होते एक्पोर्ट की वजह और कब तक सुधरेगी स्थिति

    By Jagran NewsEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Wed, 30 Aug 2023 09:03 PM (IST)

    सितंबर के बाद कई सेक्टरों में निर्यात में गिरावट कमजोर पड़ सकती है। निर्यातक इसका मुख्य कारण यूरोप और अमेरिका में पुराने स्टॉक की कमी को मान रहे हैं। निर्यातकों को अगले महीने पहले की तुलना में अधिक निर्यात ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। हालांकि उनके मुताबिक ऐसा भी नहीं है कि सितंबर के बाद निर्यात दोबारा बढ़ेगा। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

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    निर्यातकों को उम्मीद है कि अगले महीने से निर्यात आर्डर पहले के मुकाबले अधिक होने लगेगा।

    नई दिल्ली, जेएनएन: सितंबर के बाद कई सेक्टर के निर्यात में हो रही गिरावट कम हो सकती है। निर्यातक इसकी मुख्य वजह यूरोप व अमेरिका में पुराने स्टॉक का खत्म होना बता रहे हैं। निर्यातकों के पास एक बार फिर से विदेशी खरीदारों से पूछताछ अधिक हो रही है।

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    अगले महीने अधिक निर्यात की उम्मीद

    निर्यातकों को उम्मीद है कि अगले महीने से निर्यात आर्डर पहले के मुकाबले अधिक होने लगेगा। ऐसा भी नहीं है कि सितंबर के बाद निर्यात में बढ़ोतरी शुरू हो जाएगी। सिर्फ निर्यात में हो रही गिरावट की दर में कमी आएगी। चालू वित्त वर्ष 2023-24 के जुलाई माह में वस्तु निर्यात में पिछले साल जुलाई के मुकाबले 15.86 प्रतिशत तो चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-जुलाई में वस्तु निर्यात में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 14.50 प्रतिशत की गिरावट रही।

    अप्रैल-जुलाई में कम रहा लेदर आइटम का निर्यात

    लेदर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के वाइस चेयरमैन आर.के. जालान ने बताया कि लेदर आइटम की निर्यात मांग में बढ़ोतरी दिख रही है और धीरे-धीरे लेदर निर्यात की गिरावट कम होने की उम्मीद है। इस साल अप्रैल-जुलाई में लेदर व लेदर उत्पाद के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 12.55 प्रतिशत की गिरावट रही है।

    अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के पदाधिकारी ललित ठुकराल ने बताया कि पिछले छह-सात महीनों से यूरोप व अमेरिका के खरीदार काफी कम माल खरीद रहे हैं। अब उनका पुराना स्टॉक खत्म हो रहा है, इसलिए वे धीरे-धीरे नए आर्डर दे रहे हैं।

    अक्टूबर से निर्यात की गिरावट दर दहाई अंक से कम होकर इकाई अंक में आ सकती है। गारमेंट व लेदर उत्पाद जैसे सेक्टर रोजगारपरक है और इनके निर्यात आर्डर बढ़ने से रोजगार भी बढ़ेगा।