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    नए साल में सस्ती होगी EMI? रेपो रेट में फिर 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है RBI; इस रिपोर्ट ने बढ़ाई उम्मीद

    By Jagran BusinessEdited By: Ankit Kumar Katiyar
    Updated: Mon, 22 Dec 2025 08:46 PM (IST)

    RBI Repo Rate Cut: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फरवरी 2026 की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट मे ...और पढ़ें

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    नए साल में सस्ती होगी EMI? रेपो रेट में फिर 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है RBI; इस रिपोर्ट ने बढ़ाई उम्मीद

    एजेंसी, नई दिल्ली| फरवरी में लोन लेने वालों को एक बार फिर राहत मिल सकती है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फरवरी 2026 की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती (rbi repo rate cut) कर सकता है। अगर ऐसा होता है, तो रेपो रेट घटकर 5 प्रतिशत पर आ जाएगा। यानी होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI और सस्ती होने की उम्मीद है।

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    रिपोर्ट में कहा गया है कि आरबीआई के मौजूदा नरम रुख को देखते हुए फरवरी या अप्रैल 2026 में अंतिम 25 आधार अंक की कटौती की गुंजाइश बनी हुई है। आरबीआई एमपीसी की अगली बैठक 4 से 6 फरवरी के बीच होने वाली है और बाजार की नजरें इसी बैठक पर टिकी हैं।

    सोने की कीमत से जुड़े 50 अंक

    यूनियन बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई के मोर्चे पर हालात फिलहाल आरबीआई के पक्ष में नजर आ रहे हैं। केंद्रीय बैंक पहले भी कई बार यह संकेत दे चुका है कि अनुकूल महंगाई और कम बुनियादी कीमतों का दबाव नीति में नरमी की गुंजाइश देता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर सोने की कीमतों से जुड़े करीब 50 आधार अंक के महंगाई प्रभाव को समायोजित किया जाए, तो महंगाई का दबाव और भी सीमित दिखाई देता है।

    यह भी पढ़ें- होम लोन पर ब्याज घटा: अपनी EMI कम करें या घटाएं लोन अवधि, जानें RBI की कटौती से कैसे बचेंगे लाखों रुपए?

    RBI के फैसले को प्रभावित करेंगे दो संशोधन

    हालांकि, रिपोर्ट यह भी साफ करती है कि अंतिम दर कटौती का समय अभी पूरी तरह तय नहीं है। इसकी एक बड़ी वजह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आधार वर्ष का प्रस्तावित संशोधन है, जो फरवरी 2026 में होना है। यह बदलाव आरबीआई के फैसले को प्रभावित कर सकता है।

    गौरतलब है कि दिसंबर की शुरुआत में हुई एमपीसी बैठक में आरबीआई ने पहले ही 25 आधार अंक की कटौती की थी, जिसके बाद रेपो रेट 5.25 प्रतिशत पर आ गया था। अब एक और कटौती की उम्मीद ने लोन लेने वालों और बाजार दोनों में नई उम्मीद जगा दी है।

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