अपने कार्यकाल पर कोई किताब लिखने का इरादा नहीं: रघुराम राजन
ब्याज दरों में कटौती को लेकर राजन ने कहा कि ब्याज दरों में कटौता का कोई आर्थिक आधार नहीं है इसलिए वो इस तरफ ध्यान नहीं देते हैं।
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि उनका अपने कार्यकाल पर किताब लिखने का कोई इरादा नहीं है और वो अगले दस साल एकेडमिक की किताबें लिखने पर ही ध्यान देंगे।
ब्याज दरों में कटौती को लेकर राजन ने कहा कि ब्याज दरों में कटौती का कोई आर्थिक आधार नहीं है इसलिए वो इस तरफ ध्यान नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार को लेकर बहुत निराशावादी बातें होती हैं जबकि भारतीय अर्थव्यवस्था काफी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। रघुराम राजन ने कहा कि हमारे सामने ढांचागत बदलाव में सुधार लाने की चुनौती है।
बता दें, पूर्व आरबीआई गवर्नर डी. सुब्बाराव ने किताब लिखकर यह खुलासा किया है कि यूपीए सरकार दो वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और पी. चिदंबरम ने उन पर ब्याज दर घटाने पर दबाव डाला था, जबकि महंगाई को देखते हुए ब्याज दर बढ़ाना समय की जरूरत थी।
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