RBI Repo Rate Hike: घरेलू कंपनियों को IFSC में मिली सोने पर हेजिंग की अनुमति, HTM लिमिट भी बढ़ाई
RBI Repo Rate Hike रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने घरेलू कंपनियों को IFSC पर सोने की कीमतों के प्रति हेजिंग की इजाजत दे दी है। इसके साथ HTM लिमिट को भी बढ़ा दिया गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि घरेलू कंपनियां को इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (IFSC) में सोने की कीमतों के जोखिम के प्रति हेजिंग की अनुमति दी जाएगी। मौजूदा समय में भारतीय कंपनियों को विदेशी बाज़ारों में सोने की हेजिंग की इजाजत नहीं है।
दास ने नई मौद्रिक नीति का एलान करते हुए कहा कि घरेलू कंपनियों का सोने के प्रति जोखिम को किफायती तरीके के प्रबंधन और लचीलापन उपलब्ध कराने के लिए आईएफएससी पर हेजिंग की अनुमति दी गई है।
एचटीएम लिमिट को भी बढ़ाया
आरबीआई गवर्नर दास की ओर से एचटीएम लिमिट को बढ़ाने का एलान किया गया। अब एचटीएम (हेल्ड टू मैच्योरिटी) को लिमिट को बढ़ाकर 31 मार्च 2024 तक के लिए 23 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके बाद बैंकों की ओर से 1 सितंबर 2020 से लेकर 31 मार्च, 2024 के बीच की अधिग्रहण की जाने वाली सभी प्रतिभूतियों की एचटीएम लिमिट बढ़ जाएगी।
रेपो रेट में किया इजाफा
आरबीआई की ओर से नई मौद्रिक नीति में एक बार फिर रेपो रेट को बढ़ा दिया गया है। रेपो रेट अब 0.35 प्रतिशत बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है। इससे पहले आरबीआई ने रेपो को मई में 0.40 प्रतिशत, जून में 0.50 प्रतिशत, अगस्त में 0.50 प्रतिशत और सितंबर में 0.50 प्रतिशत तक बढ़ाया है।
विकास दर का अनुमान घटाया
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि महंगाई अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। इसे कम करने के लिए लगातार कड़े कम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ उन्होंने चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर के अनुमान को 7 प्रतिशत के घटाकर 6.80 प्रतिशत कर दिया। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने महंगाई के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.7 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
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