रैनबैक्सी को देश में क्लीन चिट
भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी रैनबैक्सी जहां अमेरिका में लगातार मुश्किलों से घिर रही है, वहीं देश में इसे बड़ी राहत मिली है। भारत के औषधि महानियंत्रक [डीसीजीआइ] ने देश में इस्तेमाल के लिए दवा बनाने वाले इसके सभी प्लांटों की पहले चरण की जांच पूरी कर ली है। इसमें दवा की गुणवत्ता को लेकर कोई गंभीर ख
नई दिल्ली, [मुकेश केजरीवाल]। भारत की सबसे बड़ी दवा कंपनी रैनबैक्सी जहां अमेरिका में लगातार मुश्किलों से घिर रही है, वहीं देश में इसे बड़ी राहत मिली है। भारत के औषधि महानियंत्रक [डीसीजीआइ] ने देश में इस्तेमाल के लिए दवा बनाने वाले इसके सभी प्लांटों की पहले चरण की जांच पूरी कर ली है। इसमें दवा की गुणवत्ता को लेकर कोई गंभीर खामी नहीं मिली है।
औषधि महानियंत्रक के शीर्ष सूत्रों ने मंगलवार को 'दैनिक जागरण' को बताया कि भारत में बिक्री के लिए दवा बनाने वाले कंपनी के प्लांटों में कोई गंभीर उल्लंघन का मामला सामने नहीं आया है। कुछ छोटी-मोटी कमियां मिलीं, जिन्हें कंपनी ने दूर कर लिया है। गुणवत्ता के मामले में कंपनी को पूरी तरह क्लीन चिट देते हुए उन्होंने कहा, 'दवा की गुववत्ता संबंधी अनियमितता को लेकर संदेह भी सामने आया होता तो अब तक कंपनी पर ताला लग चुका होता। ऐसे मामलों में हम पहले उत्पाद बाजार से वापस लेने का आदेश देते हैं, फिर जांच पूरी करते हैं।'
औषधि महानियंत्रक जीएन सिंह ने 'दैनिक जागरण' से कहा कि कंपनी के खिलाफ अमेरिका के खाद्य और दवा प्रशासन [एफडीए] की ताजा कार्रवाई के संदर्भ में किसी नई जांच या कार्रवाई की जरूरत नहीं है। यह क्रेता [अमेरिका] और बिक्रेता [कंपनी] के बीच का मसला है। फिर भी मौजूदा जांच के अलावा अधिकारियों को किसी भी उल्लंघन पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अभी जांच पूरी होने में कुछ महीनों का समय और लग सकता है। रैनबैक्सी के खिलाफ एफडीए की पिछली कार्रवाई के बाद जून में डीसीजीआइ ने व्यापक जांच शुरू की थी।