कौन हैं अजय बिजली? पर्सनल लोन के लिए गिरवी रखे 4 लाख शेयर, टिकट बेचकर खड़ा किया सबसे बड़ा सिनेमा कारोबार
PVR के प्रमोटर, अजय बिजली ने कंपनी के 4 लाख शेयर गिरवी रखे हैं। एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने यह जानकारी दी है। अजय बिजली ने अपना पुश्तैनी कारोबार छोड ...और पढ़ें
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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स चैन कंपनी PVR के मालिक अजय बिजली (PVR promoter Ajay Bijli) ने कंपनी के 4 लाख शेयर गिरवी रख दिए हैं। PVR यानी ‘प्रिया विलेज रोड शो’, जिसके देशभर में 1743 स्क्रीन्स हैं। यह सिनेमा कारोबार 1997 में अजय बिजली ने शुरू किया था। खास बात है कि इस काम के लिए उन्होंने अपने पिता का पुश्तैनी कारोबार छोड़ दिया। अजय बिजली ने अपने पिता की नहीं सुनी और दिल की बात सुनकर सिनेमा कारोबार में कदम रखा।
पीवीआर के जरिए देश में मल्टीप्लेक्स कल्चर की शुरुआत करने वाले अजल बिजली की कहानी, लाखों युवा उद्यमियों को प्रेरित करने वाली है। अजय बिजली ने मल्टीप्लेक्स के इस कारोबार में काफी शोहरत व दौलत हासिल की, और आज की तारीख में PVR देश का नंबर वन मल्टीप्लेक्स ब्रांड है। हालांकि, हाल के वर्षों में खासतौर पर OTT का चलन बढ़ने से सिनेमा बिजनेस पर संकट देखने को मिला है, लेकिन अजय बिजली ने इस बात को नकारा है। आइये आपको बताते हैं अजय बिजली ने आखिर क्यों गिरवी रखे पीवीआर के शेयर?
PVR के प्रमोटर ने क्यों गिरवी रखे शेयर?
पीवीआर ने 29 दिसंबर को जारी एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि पीवीआर आइनॉक्स के प्रमोटर बिजली ने इन्फिना फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड को 3.10 लाख शेयर और HSBC इन्वेस्टडायरेक्ट फाइनेंशियल सर्विसेज के पास 90,037 शेयर गिरवी रखे हैं। इससे अजय बिजली द्वारा गिरवी रखे गए शेयरों की कुल संख्या 29.44 लाख शेयर हो गई है, जो कंपनी की कुल शेयर पूंजी का 3 प्रतिशत है।
कंपनी ने बताया कि प्रमोटर और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिजली ने पर्सनल लोन के लिए कंपनी के लगभग 4 लाख शेयर गिरवी रखे हैं। इस खबर के बाद 30 दिसंबर को PVR Inox के शेयर 2 परसेंट से ज़्यादा गिर गए थे। हालांकि, 31 दिसंबर को एक फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे हैं।
क्या होती है Share Pledging?
शेयर बाजार में, शेयर प्लेज का मतलब उस तरीके से है जिसमें कंपनी के प्रमोटर फाइनेंशियल संस्थानों से लोन लेने के लिए अपने शेयरों को गिरवी रखते हैं। यह आमतौर पर तब किया जाता है जब प्रमोटरों को पैसे की ज़रूरत होती है लेकिन वे अपने शेयर बेचना नहीं चाहते। शेयरों को गिरवी रखकर, वे कंपनी में अपनी इक्विटी होल्डिंग को कम किए बिना फंड जुटा सकते हैं।
पिता के टॉकीज से खड़ा किया PVR का कारोबार
अजय बिजली ने दिल्ली में 1978 में अपने पिता द्वारा खरीदे गए प्रिया सिनेमा के जरिए पूरे देश में PVR का कारोबार खड़ा कर दिया। दरअसल, अजय बिजली भारत में सिनेमाघर को एक नया आकार देना चाहते थे, और इसी मकसद से वे सिनेमा कारोबार में उतरे।
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इस बिजनेस के लिए अजय बिजली के जुनून का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पीवीआर को ब्रांड के लिए खुद मूवी के पोस्टर लगाए और टिकट तक बेचे। इसी मेहनत का नतीजा है कि आज भारत के 111 शहरों में पीवीआर की 1743 स्कीन्स हैं और 3.54 लाख सीटों की क्षमता है। देश के बाहर श्रीलंका में भी पीवीआर के मल्टीप्लेक्स हैं।

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