बिजली के क्षेत्र में गेमचेंजर होगी 'पीएम सूर्योदय योजना', यहां जानें पूरी डिटेल
प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के समारोह के खत्म होने पर एक नई योजना की घोषणा की थी। यह प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना (Pradhan Mantri Suryoday Yojana) है। इस योजना में एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया। भारत में अभी सोलर पैनल से बिजली बनाने की स्थापित क्षमता 73300 मेगावाट है। इसमें छत पर सोलर पैनल लगाकर 11080 मेगावाट बिजली बनाए जाने की क्षमता है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पीएम सूर्योदय योजना' को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से बहुत बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान कुछ उसी तरह का होगा जैसे पूर्व में हर घर को बिजली कनेक्शन से जोड़ने के लिए सौभाग्य योजना की शुरुआत हुई थी।
इसकी बड़ी वजह यह है कि वर्ष, 2014 में आवासीय घरों की छत पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बनाने की जो योजना लांच की गई थी वह बहुत सफल नहीं रही। इस योजना के तहत वर्ष 2022 तक देश में 40 हजार मेगावाट बिजली बनाने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन सरकार के ही आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर, 2023 तक सिर्फ 11 हजार मेगावाट से कुछ ज्यादा बिजली बनाने की क्षमता लगाई गई है। इस गति को भांपते हुए निर्धारित वर्ष को बढ़ाकर 2026 कर दिया गया है।
22 जनवरी को किया एलान
22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पीएम सूर्योदय योजना' का एलान किया था। योजना के तहत एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पीएम ने कहा है कि इससे न केवल आम लोगों का बिजली बिल कम होगा बल्कि देश भी बिजली आपूर्ति के मामले में आत्मनिर्भर होगा।
माना जा रहा है कि अब सूर्योदय योजना को सही तरीके से लागू करके ही उक्त लक्ष्य को हासिल किया जा सकेगा। इसलिए मौजूदा योजना में भी बड़े बदलाव करने जा रही है, जिसको अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
जानकारों के मुताबिक छतों पर सोलर पैनल लगाने की योजना की 360 डिग्री समीक्षा की जा चुकी है और इसकी खामियों की पहचान हो चुकी है। सब्सिडी आवंटन को आसान बनाने की जरूरत महसूस की गई है।
सब्सिडी की राशि बढ़ाई जाएगी ताकि ज्यादा लोग इसे लगाने को लेकर उत्साहित हों। अभी जो योजना है उसके मुताबिक छत पर सोलर पैनल लगाकर तीन किलोवाट तक बिजली बनाने के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद में 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है जबकि तीन किलोवाट से 10 किलोवाट तक के बिजली उत्पादन के लिए 20 प्रतिशत अनुदान सरकार देती है। यह योजना स्थानीय बिजली वितरण कंपनियों द्वारा संचालित होती है।
यह भी पढ़ें - Pradhanmantri Suryoday Yojana: PM Modi ने किया नई योजना का एलान, आवदेन से लेकर पात्रता तक की जाने सारी जानकारी
छत पर सोलर पैनल लगाकर पूरी होगी बिजली की मांग
भारत में अभी सोलर पैनल से बिजली बनाने की स्थापित क्षमता 73,300 मेगावाट है। इसमें छत पर सोलर पैनल लगाकर 11,080 मेगावाट बिजली बनाए जाने की क्षमता है।
पिछले वर्ष काउंसिल फार एनर्जी एन्वायरमेंट एंड वाटर ने एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत के सभी 25 करोड़ घरों के छत पर सोलर पैनल लगा दिए जाएं तो 6,37,00 हजार मेगावाट बिजली बनाई जा सकती है। हालांकि सभी घरों के छतों पर इस पैनल को लगाना संभव नहीं है। हालांकि अगर एक तिहाई घरों के छतों पर सोलर पैनल लगा दिया जाए तो देश में घरेलू बिजली की मांग पूरी की जा सकती है।
पीएम सूर्योदय योजना के तहत एक करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि, इससे आम जनता की बिजली बिल भी कम होगी और देश भी बिजली मांग पूरी करने में आत्मनिर्भर होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।