भारत में इन 10 जापानी कंपनियों की धाक! कोई कार-बुलेट ट्रेन तो कोई भारतीय स्टॉर्टअप में निवेश से कर रहा कमाई
भारत और जापान (PM Modi Japan Visit) के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं खासकर आर्थिक क्षेत्र में। जापानी कंपनियां भारत में ऑटोमोबाइल हाई-स्पीड रेल और डिजिटल टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में भारी निवेश कर रही हैं। Toyota Softbank और Daikin जैसी बड़ी कंपनियों (Japanese companies in India) ने भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। Shinkansen technology से भारत की पहली बुलेट ट्रेन भी बन रही है।

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एशिया के दो बड़ी आर्थिक ताकतों चीन और जापान की यात्रा (PM Modi Japan Visit) पर हैं। अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ और संबंधों में तनाव के बीच पूरी दुनिया की निगाहें पीएम मोदी इस यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जापान की राजाधानी टोक्यो (PM Modi Japan investment) में 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ।
इस बीच हम आपको जापानी कंपनियां भारत में (Japanese companies in India) कितने बड़े पैमाने पर निवेश कर रही हैं इसके बारे में बता रहे हैं। जापान की कंपनियों का ऑटोमोबाइल से लेकर हाई-स्पीड रेल, डिजिटल टेक्नोलॉजी से लेकर स्टील और एयर कंडीशनर तक लगभग हर सेक्टर में इनकी मौजूदगी है।
साल 2022 से जापानी कंपनियों (India Japan economic relations) ने भारत में लगभग 3.8 ट्रिलियन येन (26 अरब डॉलर) का निवेश किया है जो यह 2027 तक तय किए गए 5 ट्रिलियन येन लक्ष्य के करीब पहुँच चुका है। तो भारत में निवेशित टॉप-10 जापानी कंपनियों के बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
टॉप जापानी कंपनियाँ जिनकी भारत में मजबूत मौजूदगी
1. टोयोटा किरलोस्कर मोटर
टोयोटा किरलोस्कर मोटर ने ₹3,748 करोड़ का निवेश (Toyota investment in India) किया है। इसका फोकस हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन, सालाना 2 लाख से अधिक गाड़ियां बनाने का लक्ष्य है। टोयोटा एक जापानी बहुराष्ट्रीय ऑटोमोटिव निर्माता और दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माताओं में से एक है। 1937 में स्थापित, यह कंपनी अपने विश्वसनीय वाहनों, जिनमें ईंधन-कुशल हाइब्रिड, एसयूवी और लक्ज़री कारें शामिल हैं, के लिए जानी जाती है। टोयोटा की Glanza, Urban Cruiser Taisor, Innova Crysta, Innova Hycross, Fortuner जैसी कारें भारत में बहुत पॉपुलर हैं।
2. सॉफ्टबैंक
सॉफ्टबैंक ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में महत्वपूर्ण निवेश किया है और 2018 से अब तक लगभग 30 कंपनियों में 11 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है, जिनमें फ्लिपकार्ट, ओला, पेटीएम और ओयो जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। हालाँकि, जापानी निवेशक ने पेटीएम और डेल्हीवरी जैसी कई कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेच दी है, और अब वह पूंजी दक्षता पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और 2024 में निवेश फिर से शुरू कर रहा है।
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3. डाइकिन इंडस्ट्रीज
डाइकिन ने भारत में अपने निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि की है, और हाल ही में सितंबर 2024 में अपनी भारतीय सहायक कंपनी की विनिर्माण क्षमता और स्थानीय कलपुर्जों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ₹1,400 करोड़ की पूंजी निवेश किया है। यह अब तक का उसका सबसे बड़ा निवेश है, जिसका टारगेट 2030 तक भारत का सबसे बड़ा विनिर्माण केंद्र और वैश्विक निर्यात केंद्र बनना है।
4. मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप
मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप भारत में अपने निवेश बढ़ा रहा है। निवेश बैंक एवेंडस कैपिटल के 70 करोड़ डॉलर के अधिग्रहण और डिजिटल ऋणदाता क्रेडिट सेसन इंडिया में 16 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ बड़ा भागीदार बन रहा है। ये कदम, साथ ही भारत में अपनी बैंक शाखाओं में 50 करोड़ डॉलर का पूंजी निवेश और इन्वेस्ट इंडिया के साथ एक समझौता, भारत को एक प्रमुख विकासशील बाजार के रूप में देखते हुए मिजुहो के रणनीतिक फोकस को रेखांकित करते हैं।
5. शिंकान्सेन टेक्नोलॉजी: भारत की पहली बुलेट ट्रेन बनाने का काम
भारत-जापान साझेदारी का सबसे बड़ा प्रतीक मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट है। इसकी लंबाई 508 किमी है। वहीं स्पीड 300 किमी/घंटा से अधिक होगी जिसकी मदद से मुंबई-अहमदाबाद की यात्रा सिर्फ 2 घंटे में होगी। इसमें ₹1.08 लाख करोड़ का निवेश होगी, जिसमें से 81% (₹88,000 करोड़) जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) फंड कर रही है। इसमें टेक्नोलॉजी पार्टनर कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज, हिताची, तोशिबा होगी।
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