Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एंटी-ड्रोन बनाने वाली कंपनी को फ्रांस से मिला ₹22,00,00,000 का ऑर्डर; कौन सी है कंपनी, कितने का है शेयर, जानें सब कुछ

    Paras Anti‑Drone order फ्रांस की एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन कंपनी Cerbair को पारस डिफेंस की टेक्नोलॉजी CHIMERA 200 खूब पसंद आई। जिसे देखते हुए उसने पारस एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड को 30 यूनिट्स का प्री-ऑर्डर दिया है। इस डील की कुल कीमत 2.2 मिलियन यूरो यानी करीब 22.21 करोड़ रुपए है।

    By Ankit Katiyar Edited By: Ankit Katiyar Updated: Tue, 01 Jul 2025 06:58 PM (IST)
    Hero Image
    पारस डिफेंस भारत की टॉप डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है।

    नई दिल्ली | दुनिया में एक बार फिर भारत की टेक्नोलॉजी की धूम मचने वाली है, क्योंकि भारतीय कंपनी ने एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Paras Defence and Space Technologies) की सब्सिडियरी कंपनी 'पारस एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड' को फ्रांस की कंपनी सेरबैर से बड़ा ऑर्डर (Cerbair drone jamming deal) मिला है। पारस डिफेंस ने मंगलवार यानी 1 जुलाई को NSE और BSE को यह जानकारी दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कितने का ऑर्डर मिला?

    Cerbair फ्रांस की जानी-मानी एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन कंपनी है, जिसे पारस डिफेंस की टेक्नोलॉजी CHIMERA 200 काफी पसंद आई है। CHIMERA 200 की खूबी को देखते हुए Cerbair ने पारस एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड को 30 यूनिट्स का प्री-ऑर्डर दिया है। इस डील की कुल कीमत 2.2 मिलियन यूरो यानी करीब 22.21 करोड़ रुपए है।

    यह भी पढ़ें- RailOne App : रेलवे का सुपर ऐप लॉन्च; एक नहीं बल्कि 9 काम कर सकेंगे, जान लीजिए नाम, मिलेंगी कौन-कौन सी सुविधाएं?

    खबर आते ही भागे शेयर

    मंगलवार सुबह जब शेयर बाजार खुला, तब पारस डिफेंस के शेयर 1608 रुपए के आसपास कारोबार कर रहे थे। लेकिन ऑर्डर की खबर मिलने के बाद कंपनी के शेयर दौड़ पड़े, जो बाजार बंद होने तक 16.35 रुपए तक पहुंच गए। यानी कंपनी के शेयर 2.15 फीसदी तक चढ़ गए।

    यह भी पढ़ें- Grey Market Explainer: क्या है ग्रे मार्केट, जहां तय होता है GMP, यह कितना भरोसेमंद? जानें सब कुछ

    कंपनी का शेयर हाल ही में चर्चा में है, क्योंकि BSE और NSE ने इसे लॉन्ग-टर्म ASM (एडिशनल सर्विलांस मेजर) फ्रेमवर्क में रखा है, यानी इसके शेयरों की कीमत में उतार-चढ़ाव पर नजर रखी जा रही है।

    शेयर स्प्लिट की घोषणा

    कंपनी ने हाल ही में इजराइल की कंपनियों के साथ भी ड्रोन टेक्नोलॉजी में करार किए हैं। इसका Q4FY25 में नेट प्रॉफिट 97% बढ़कर 19.7 करोड़ रुपए और रेवेन्यू 36% बढ़कर 108.2 करोड़ रुपए रहा। साथ ही, कंपनी ने शेयर स्प्लिट की घोषणा की है, जिसमें 10 रुपए का शेयर 5 रुपये के दो शेयरों में बंटेगा। 

    यह भी पढ़ें- डॉलर सेटलमेंट का हब बनेगी गुजरात की GIFT City, बढ़ेगा पैसों का लेन-देन, क्या होगा खास? जानें सब कुछ

    CHIMERA 200 टेक्नोलॉजी क्या है?

    CHIMERA 200 एक ड्रोन एंटी-जैमिंग टेक्नोलॉजी है, जो दुश्मन के ड्रोन को हवा में ही बेअसर कर सकती है। इस टेक्नोलॉजी को भारत में ही तैयार किया गया है। इससे देश की सुरक्षा और मजबूत होगी।

    पारस डिफेंस भारत की टॉप डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक है। ये ड्रोन, मिसाइल रोधी सिस्टम और सर्विलांस टेक्नोलॉजी में माहिर है। फिलहाल अब देखने वाली बात होगी कि CHIMERA 200 टेक्नोलॉजी आने वाले समय में और कितने देशों की नजर में आती है।