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    ट्रेडिंग घंटों में बदलाव की तैयारी कर रहा है NSE, ट्रेडर्स को मिलेगा ये लाभ

    By AgencyEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Tue, 26 Sep 2023 07:03 PM (IST)

    शेयर बाजार का सूचकांक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) अपने व्यापारिक घंटों को बदलने की योजना बना रहा है। एनएसई इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग घंटे धीरे-धीरे बढ़ाने पर विचार कर रहा है। जानकारी के अनुसार एनएसई के इस कदम से संभावित रूप से रातोंरात जोखिम कम हो जाएगा। जानिए वर्तमान में क्या है टाइमिंग और कितना होगा बदलाव। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

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    एनएसई नियमित सत्र की समाप्ति के बाद शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक सत्र की योजना बना रहा है।

    नई दिल्ली, एजेंसी: स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांकों में से एक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), ट्रेडिंग घंटे में बदलाव करने की योजना बना रहा है।

    एनएसई चरणबद्ध तरीके से इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग घंटे बढ़ाने पर विचार कर रहा है। एनएसई का यह कदम वैश्विक सूचना के बाद होने वाले रातोंरात जोखिम को संभावित रूप से कम कर देगा।

    क्या होगा ट्रेडिंग टाइम?

    समाचार एजेंसी पीटीआई को एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने बताया कि एक्सचेंज सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक नियमित सत्र की समाप्ति के बाद शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक सत्र की योजना बना रहा है।

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    श्रीराम कृष्णन ने बताया कि शाम के सत्र में लेनदेन को अगले कारोबारी दिन के कारोबारी सत्र में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 9 बजे तक के ट्रेडिंग सेशन पर आने वाली प्रतिक्रिया के बाद, कमोडिटी डेरिवेटिव की तर्ज पर बाजार समय को रात 11.55 बजे तक धीरे-धीरे बढ़ाने पर विचार किया जाएगा।

    खुदरा निवेशकों को मिलेगी मदद

    एनएसई द्वारा प्रस्तावित उपाय से बाजार सहभागियों और खुदरा निवेशकों को मदद मिलेगी। वर्तमान में इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव बाजार दोपहर 3.30 बजे बंद हो जाते हैं जब अधिकांश यूरोपीय इक्विटी बाजार कारोबार के लिए खुल चुके होते हैं वहीं अमेरिकी इक्विटी बाजार बंद हो जाते हैं।

    इंडियन ट्रेडर्स को होगा लाभ

    एनएसई द्वारा इस प्रस्ताव से व्यापारिक घंटों को बढ़ाने का प्राथमिक उद्देश्य भारतीय व्यापारियों को वैश्विक घटनाओं पर अधिक तेजी से प्रतिक्रिया करने की क्षमता प्रदान करना है।

    इसके अलावा, लंबे सत्रों से ट्रेडिंग वॉल्यूम को बढ़ावा मिलने और मालिकाना डेस्क और हेज फंड सहित महत्वपूर्ण व्यापारियों की चिंताओं को दूर करने की उम्मीद है, जो गिफ्ट सिटी जैसे प्रतिस्पर्धियों में शिफ्ट हो रहे हैं, जहां चौबीसों घंटे ट्रेडिंग होता है।

    सेबी ने 2018 में दी थी ये अनुमति

    2018 में, सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों को इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में अपने ट्रेडिंग घंटे सुबह 9 बजे से रात 11.50 बजे के बीच निर्धारित करने की अनुमति दी थी जो कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट के लिए ट्रेडिंग घंटों के समान था। वर्तमान में कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट सुबह 10 बजे से रात 11.55 बजे के बीच निर्धारित है।

     

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