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    NPCI UPI new rule 2025: स्कैमर्स हो जाएं सावधान, NPCI जल्द लाएगा यूपीआई से जुड़ा ये नया नियम, यहां पढ़ें डिटेल

    Updated: Thu, 01 May 2025 03:30 PM (IST)

    NPCI UPI new rule 2025 आज हर छोटी-बड़ी ट्रांजेक्शन के लिए लोग यूपीआई (Unified Payment Interface) का इस्तेमाल करते हैं। NPCI के अनुसार अप्रैल 2025 तक 17.89 बिलियन लोगों ने यूपीआई का लेन-देन के लिए इस्तेमाल किया है। जितना ज्यादा इसका उपयोग बढ़ रहा है उतना ही इसमें स्कैमर्स का खतरा बढ़ चुका है। इसी के बचाव के लिए NPCI नया नियम लाया है।

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    NPCI जल्द लाएगा यूपीआई से जुड़ा ये नया नियम, धोखाधड़ी से कैसे होगा बचाव

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। एनपीसीआई यानी National Payments Corporation of India यूपीआई से जुड़ा नया नियम लाने वाला है। ये नियम खासतौर पर स्कैमर्स से बचने के लिए बनाया गया है। इसके साथ ही इसका उद्देश्य लेन-देन में ट्रांसपेरेंसी को बढ़ाना है।

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    एनपीसीआई द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है। इस सर्कुलर के तहत यूपीआई से जुड़ा एक नया नियम आने वाला है। ये नियम 30 जून से लागू होने वाला है। इस नियम के जरिए लोगों को लेन-देन में आसानी होगी। वहीं धोखाधड़ी से बचाव किया जा सकेगा।

    क्या है एनपीसीआई का यूपीआई से जुड़ा ये नया नियम?

    एनपीसीआई के सर्कुलर के अनुसार, अब हर यूपीआई ऐप में यूजर्स का वही नाम दिखना चाहिए, जो बैंक खाते में दर्ज में हो। वहीं लेन-देन या ट्रांसजेक्शन करते वक्त भी यूजर्स का रियल नाम दिखना अनिवार्य है। इससे लेन-देन में ट्रांसपेरेंसी बनी रहेगी।

    ये नया नियम पीटूपी और पीटूपीएम दोनों तरीके के लेन-देन में लागू होगा। पीटूपी यानी वे लेन-देन जो दो यूजर्स के बीच हो। वहीं पीटूपीएम ट्रांजेक्शन उसे कहते हैं, जो बिजनेस और किसी व्यक्ति के बीच होती है।

    इस नियम को लागू करने के लिए एनपीसीआई ने सभी यूपीआई ऐप को 30 जून तक का समय दिया है।

    क्यों लाया जा रहा है नया नियम?

    एनपीसीआई चाहता है कि यूपीआई के जरिए हो रही धोखाधड़ी में कमी आए। वहीं यूजर्स बिना किसी परेशानी के ट्रांजेक्शन कर पाएं। मौजूदा समय में जब आप कभी लेन-देन करते हैं, तो आपको वास्तविक यूजर (सीबीएस) का नाम नहीं दिखता। इससे धोखाधड़ी के चांस भी बढ़ जाते हैं।

    इस नए नियम के आने से अब आप आसानी से ट्रांजेक्शन कर पाएंगे। इसके साथ ही वेरिफिकेशन में भी आसानी होगी।

    यूपीआई से 23 लाख करोड़ से ज्यादा का हुआ ट्रांसजेक्शन

    एनपीसीआई के अनुसार पिछले, महीने यानी अप्रैल में 17.89 बिलियन लोगों द्वारा लेन-देन के लिए यूपीआई का इस्तेमाल किया गया। वहीं इन ट्रांजेक्शन का कुल अमाउंट 23 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। वहीं हर दिन यूपीआई के जरिए औसत 596 मिलियन ट्रांसलेशन होती है।

    वहीं मार्च 2025 में यूपीआई से 18.30 बिलियन ट्रांजेक्शन हुए। इसका कुल अमाउंट 24.77 लाख करोड़ रुपये है। इस महीने हर दिन लगभग 590 मिलियन ट्रांजेक्शन किए गए। इसकी कुल रकम 79,910 करोड़ रुपये है।

    ऐसे ही फरवरी के महीने में 16.11 बिलियन ट्रांजेक्शन हुए। जिनकी कुल रकम 21.96 लाख करोड़ रुपये है।

    अभी यूपीआई से लेन-देन करने में 30 सेकेंड का समय लगता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस लिमिट को कम करने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि इसे लेकर अभी कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है। 

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