बचत खाते पर मिल रहा 21 फीसद ब्याज! जानिए रूस के इन बैंकों ने क्यों किया ऐसा ऐलान
बचत खाते पर 21 फीसद ब्याज की कभी कल्पना नहीं की जा सकती। लेकिन रूस के दो बड़े बैंक ऐसा करने को मजबूर हैं। क्योंकि उनके ग्राहक यूक्रेन के साथ लड़ाई से उत्पन्न संकट की इस घड़ी में बैंक को खाली कर डाल रहे हैं।

नई दिल्ली, रायटर्स। सेविंग खाते पर 21 फीसद ब्याज, सुनकर हैरानी होगी। लेकिन Russia-Ukraine की लड़ाई में आर्थिक प्रतिबंध थोपे जाने के बाद रूस के दो सबसे बड़े बैंकों ने संकट से निकलने का अलग जुगाड़ निकाला है। अंतरराष्ट्रीय पाबंदी सख्त होने पर बैंक ग्राहकों ने ज्यादा से ज्यादा कैश निकालना शुरू कर दिया है। ATM के बाहर लंबी कतारें लगी हैं। इसे रोकने के लिए बैंको ने रशियंस को नकदी न निकालने की सलाह दी है। साथ ही बचत खाते पर ब्याज दर (Interest on Saving Account) को डबल कर 21% कर दिया है।
बता दें कि पश्चिमी प्रतिबंधों ने रूस की इकोनॉमी को हिलाकर रख दिया है और उसकी मुद्रा रूबल में डॉलर के मुकाबले कमजोरी बढ़ती जा रही है। रूसियों को विदेशी मुद्रा सहित नकदी निकालने के लिए एटीएम पर लंबी लाइनें लगाते हुए देख गया है। बड़े पैमाने पर नकद निकासी से बैंक के बंद होने का डर पैदा हो गया, जो उपभोक्ता और व्यावसायिक उधार को अस्थिर कर सकता है और व्यापक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है।
राज्य की समाचार एजेंसी TASS ने कहा कि रूस के सबसे बड़े कर्जदाता राज्य के स्वामित्व वाले Sberbank ने कहा है कि वह अपने SberDeposit Prime बचत खाते पर दरों को एक से तीन महीने के लिए अधिकतम 21% तक बढ़ा रहा है। रूस के दूसरे सबसे बड़े ऋणदाता VTB बैंक ने भी कहा कि वह बचत दरों को 21% तक बढ़ा रहा है।
रूस के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को अपनी आधार ब्याज दर को दोगुना से अधिक 20% कर दिया था। उसने ऐसा डॉलर के मुकाबले रूबल के मूल्य में और भी अधिक गिरावट को रोकने के लिए किया था, जो रिकॉर्ड निम्न स्तर पर चली गई है। ऊंची ब्याज दरें ग्राहकों को अपना पैसा बैंकों में जमा रखने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। बैंकों में नकदी रखने से बैंकिंग क्षेत्र में तरलता और स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे व्यापक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा
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