सरकारी खजाने में आए ₹6.64 लाख करोड़, शेयर ट्रेडर्स से लेकर हिंदू अविभाजित परिवारों और कंपनियों ने इसलिए दिया पैसा
सरकारी खजाने में वित्त वर्ष 2025-26 में नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Net Direct Tax Collection) 3.95 प्रतिशत घटकर 6.64 लाख करोड़ रुपये रहा। टैक्स कलेक्शन में कमी रिफंड के अधिक होने से आई। कंपनियों का टैक्स कलेक्शन 2.29 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि नॉन-कंपनी टैक्स कलेक्शन 4.12 लाख करोड़ रुपये रहा।
नई दिल्ली। सरकारी खजाने में वित्त वर्ष 2025-26 में अब तक 6.64 लाख करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम आई। ये पैसा नेट डायरेक्ट टैक्स (Net Direct Tax Collection) के जरिए आया है। नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन चालू वित्त वर्ष में अब तक 3.95 प्रतिशत घटकर 6.64 लाख करोड़ रुपये रहा। टैक्स कलेक्सन में कमी का कारण रिफंड का अधिक होना है। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
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कितना रहा नेट कंपनी टैक्स कलेक्शन
डायरेक्ट टैक्स में कंपनियों, व्यक्तियों, प्रोफेशनल्स और अन्य संस्थाओं की इनकम पर टैक्स शामिल हैं। नेट कंपनी टैक्स कलेक्शन (Net Company Tax Collection) लगभग 2.29 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि नॉन-कंपनी टैक्स (जिसमें व्यक्ति, हिंदू अविभाजित परिवार और कंपनी शामिल हैं) कलेक्शन 4.12 लाख करोड़ रुपये रहा।
कितना हो गया रिफंड
आंकड़ों के अनुसार, एक अप्रैल से 11 अगस्त के बीच सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) कलेक्शन 22,362 करोड़ रुपये रहा। शुद्ध रूप से कलेक्शन 3.95 प्रतिशत घटकर लगभग 6.64 लाख करोड़ रुपये रहा, जो कि पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की इसी अवधि में 6.91 लाख करोड़ रुपये था।
चालू वित्त वर्ष में अब तक जारी किया गया रिफंड 10 प्रतिशत बढ़कर 1.35 लाख करोड़ रुपये रहा। एक अप्रैल से 11 अगस्त के बीच ग्रॉस कलेक्शन (रिफंड से पहले) 1.87 प्रतिशत घटकर 7.99 लाख करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8.14 लाख करोड़ रुपये था।
कितना है FY26 के लिए टार्गेट
सरकार ने चालू वित्त वर्ष (2025-26) में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 25.20 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है। अगर ये लक्ष्य पूरा होता है तो डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में सालाना आधार पर 12.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में एसटीटी से 78,000 करोड़ रुपये कलेक्ट करना है।
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