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    68 के अंबानी और 63 के अदाणी, अब अगली पीढ़ी को सौंप रहे कमान, बेटा-बेटी से लेकर बहुओं तक को दी जिम्मेदारी

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 04:08 PM (IST)

    भारत के कई अरबपति कारोबारी अपने बिजनेस साम्राज्य को अगली पीढ़ी को सौंपने की योजना बना रहे हैं। मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी इस दिशा में पहले ही कदम आगे बढ़ा चुके हैं और उन्होंने अपने बेटा-बेटी से लेकर बहुओं तक को अलग-अलग बिजनेस की कमान सौंप दी है। गौतम अदाणी का यह बिजनेस एंपायर 4 उत्तराधिकारियों बेटों करण और जीत और चचेरे भाइयों प्रणव और सागर को बराबर-बराबर मिलेगा।

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    देश के कई अरबपति कारोबारी अपना बिजनेस अगली पीढ़ी को सौंपने की योजना बना रहे हैं।

    नई दिल्ली। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अदाणी (Gautam Adani) समेत देश के कई उद्योगपति अब रिटायरमेंट की उम्र के करीब आ गए हैं, और अपना व्यापारिक साम्राज्य नई पीढ़ी के हाथों में देने की तैयारी कर रहे हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज और अदाणी ग्रुप की कई बड़ी कंपनियां हैं, जिन्होंने भारत में पूंजीवाद को बड़ी पहचान दिलाई है। ऐसे में सवाल है कि इन कंपनियों की कमान किन लोगों को सौंपी जाएगी। एचएसबीसी बैंक की रिपोर्ट में पाया गया कि 79% भारतीय उद्यमी अपने व्यवसाय को परिवार के सदस्यों को सौंपने की योजना बना रहे हैं।

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    हुरुन के आंकड़ों के अनुसार, 2024 तक भारत में 334 अरबपति थे, जिनमें से लगभग 70% के अरबपति 1.5 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति को अपने उत्तराधिकारी को सौंपने की योजना बना रहे हैं। यह रकम भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के एक तिहाई से भी ज़्यादा है। आइये आपको बताते हैं अंबानी से लेकर अदाणी जैसे अरबपति कारोबारियों ने फैमिली बिजनेस को लेकर अगली पीढ़ी को सौंपने को लेकर क्या प्लान बनाया है?

    गौतम अदाणी ने चुने उत्तराधिकारी

    अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी 63 साल के हो चुके हैं और उन्होंने 70 साल की उम्र में रिटायरमेंट का प्लान बना लिया है। वे 2030 के दशक की शुरुआत तक अपने 213 अरब डॉलर के साम्राज्य की बागडोर अगली पीढ़ी को सौंपने की तैयारी में है।

    ब्लूमबर्ग के अनुसार, गौतम अदाणी का यह बिजनेस एंपायर 4 उत्तराधिकारियों, बेटों करण और जीत, और चचेरे भाइयों प्रणव और सागर को बराबर-बराबर मिलेगा। ये चारों पहले से ही अदाणी ग्रुप के विशाल कारोबार में शामिल हैं।

    गौतम के बड़े बेटे करण अदाणी, अदाणी पोर्ट्स एंड एसईज़ेड का संचालन करते हैं। वहीं, उनके छोटे बेटे जीत अदाणी, अदाणी के एयरपोर्ट नेटवर्क और डिजिटल बिजनेस का प्रबंधन करते हैं, जिसमें बहुचर्चित अदानी सुपर ऐप भी शामिल है।

    ब्लूमबर्ग के अनुसार, अदाणी परिवार महिलाओं को भी नेतृत्व की कमान सौंप रहा है। हाल के महीनों में सागर की पत्नी सृष्टि अदाणी ने अदाणी डिजिटल लैब्स की कमान संभाली है, जबकि दिवा अदाणी, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में जीत से शादी की थी, उन्हें अदाणी एयरपोर्ट्स में नॉन-एयरो कमर्शियल स्ट्रेटेजी का प्रभार सौंपा गया है।

    मुकेश अंबानी भी दे चुके हैं जिम्मेदारी

    भारत के कॉर्पोरेट जगत में अंबानी परिवार हमेशा से ही केंद्र में रहा है। मुकेश अंबानी की उम्र भी 68 साल हो चुकी है। यही वजह रही कि उन्होंने 2023 में अपने तीनों बच्चों को रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड में शामिल करके अगली पीढ़ी को बिजनेस की कमान सौंपने की शुरुआत की। बेटी ईशा को रिटेल, आकाश को टेलिकॉम और अनंत को ग्रीन एनर्जी का कारोबार सौंपा।

    गोदरेज फैमिली में बिजनेस का बंटवारा

    मुंबई की गोदरेज फैमिली ने 2024 में अपने 127 साल पुराने साम्राज्य का औपचारिक विभाजन करने का विकल्प चुना। आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर ने गोदरेज इंडस्ट्रीज और उसकी पाँच सूचीबद्ध कंपनियों को अपने पास रखा, जबकि चचेरे भाई जमशेद और स्मिता ने गोदरेज एंड बॉयस, उसकी सहयोगी कंपनियों और मुंबई के विशाल लैंड बैंक का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।