बिक्री के समय तक IDBI Bank में अपने निवेश की वसूली कर लेगी LIC
LIC ने 2019 में 61 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर 21624 करोड़ रुपये में IDBI Bank में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। दिसंबर 2020 में एक क्यूआइपी निर्गम के बाद एलआइसी की हिस्सेदारी घटकर 49 प्रतिशत रह गई थी।

नई दिल्ली,पीटीआई। सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआइसी को उम्मीद है कि आइडीबीआई बैंक का निजीकरण होने तक उसमें किए गए 21,624 करोड़ रुपये के निवेश की वसूली हो जाएगी। बीमा कंपनी को यह उम्मीद इसलिए है, क्योंकि आइडीबीआइ के शेयरों में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले साल मई में आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से शेयर की कीमत 35 रुपये प्रति शेयर से बढ़कर 45 रुपये प्रति शेयर हो गई है।
आइडीबीआइ बैंक के शेयरों में आई तेजी
उन्होंने कहा, हमें आइडीबीआइ बैंक के शेयरों में और तेजी की उम्मीद है। कीमत उस स्तर तक पहुंच सकती है, जिस पर एलआइसी ने 2019 में इसमें हिस्सेदारी खरीदी थी।आइडीबीआइ बैंक में सरकार और जीवन बीमा निगम (एलआइसी) की संयुक्त रूप से 94.72 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसमें एलआइसी की हिस्सेदारी 49.24 प्रतिशत है, जबकि बाकी 45.48 प्रतिशत हिस्सेदारी सरकार के पास है।
सार्वजनिक शेयरधारकों की हिस्सेदारी 5.28 प्रतिशत है। एलआइसी ने 2019 में 61 रुपये प्रति शेयर की औसत कीमत पर 21,624 करोड़ रुपये में आइडीबीआइ बैंक में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। दिसंबर 2020 में एक क्यूआइपी निर्गम के बाद एलआइसी की हिस्सेदारी घटकर 49 प्रतिशत रह गई थी।
Video: RBI ने बढ़ाया Repo Rate, Home Loan, Car Loan & Education Loan हुए महंगे
अधिकारी ने कहा, आइडीबीआइ बैंक का निजीकरण सरकार और एलआइसी दोनों के लिए फायदे का सौदा होगा। आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण की घोषणा 2021-22 के आम बजट में की गई थी।
ये भी पढ़ें: Gold खरीदने से पहले जान लें उसकी शुद्धता के नियम, क्या है 18, 22 और 24 कैरेट सोने में अंतर, कैसे करें पहचान
Interest Rate: दिवाली से पहले ग्राहकों के लिए खुशखबरी, SBI समेत इन बैंकों ने बढ़ाया एफडी पर ब्याज
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।