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चीन से मुकाबले को उद्योगपतियों में एकता जरूरी, सीमा पर तनाव और कारोबार दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते : सज्जन जिंदल

जिंदल ने सोमवार को कहा कि जब वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन और भारत में सैनिकों की शहादत तक के स्तर का तनाव हो तो उस पड़ोसी देश के साथ कारोबार कैसे चल सकता है।

By Manish MishraEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 08:48 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 02:45 PM (IST)
चीन से मुकाबले को उद्योगपतियों में एकता जरूरी, सीमा पर तनाव और कारोबार दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते : सज्जन जिंदल
चीन से मुकाबले को उद्योगपतियों में एकता जरूरी, सीमा पर तनाव और कारोबार दोनों साथ-साथ नहीं चल सकते : सज्जन जिंदल

नई दिल्ली, पीटीआइ। जेएसडब्ल्यू ग्रुप के प्रमुख सज्जन जिंदल ने चीन से आयात रोकने के लिए उद्योगपतियों से मिलकर काम करने का आह्वान किया है। जिंदल ने सोमवार को कहा कि जब 'वास्तविक नियंत्रण रेखा' (LAC) पर चीन और भारत में सैनिकों की शहादत तक के स्तर का तनाव हो तो उस पड़ोसी देश के साथ कारोबार कैसे चल सकता है। पिछले सप्ताह गुरुवार को उनके बेटे पार्थ जिंदल ने चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर यानी लगभग 2,800 करोड़ रुपये का आयात बंद करने की घोषणा की थी।

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जिंदल ने एक बयान में कहा, 'हम अपने कारोबार के लिए चीन से सस्ता कच्चा माल खरीदकर मुनाफा नहीं काट सकते, जबकि एलएसी पर वे हमारे सैनिकों को मार रहे हैं।' उन्होंने कहा कि उनके कई दोस्त और साथी उद्योगपति परेशान हैं, क्योंकि अच्छा मुनाफा बनाने और कारोबार जारी रखने के लिए उनके लिए चीन से आने वाला कच्चा माल बहुत अहम है। लेकिन यह स्थिति इसलिए पैदा हुई है क्योंकि हमने घरेलू वेंडर विकसित करने की जगह चीन से सस्ते आयात को आंख मूंदकर स्वीकार किया। 

घरेलू उत्पादों के प्रति दिखाएं वफादारी जिंदल ने कहा कि यह हम सबके के लिए मिलकर आत्मनिर्भर भारत को मजबूत करने का मौका है। उन्होंने कहा, 'आइए अपने घरेलू उत्पादकों को क्वालिटी और स्केल हासिल करने में सपोर्ट करें। हमें अपने उत्पादों के प्रति वफादारी दिखानी होगी। हमें अपने सशस्त्र बलों और सरकार को पूरा समर्थन देना होगा। हमें साबित करना होगा कि चीन के खिलाफ जंग में हम उनके साथ हैं।' 

कंपनी के एक अधिकारी ने पिछले हफ्ते कहा था कि जेएसडब्ल्यू के 14 अरब डॉलर यानी करीब एक लाख करोड़ रुपये मूल्य के आयात में से 70-80 प्रतिशत स्टील और ऊर्जा कारोबार में होता है। इसमें मशीनरी और मरम्मत के उपकरण शामिल हैं।


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