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    मिडिल ईस्ट में मची तबाही और तेल की बढ़ती कीमतों से इन कंपनियों के शेयरों में आ सकता भूचाल! नोट कर लें नाम

    मिडिल ईस्ट में चल रहे इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष (Israel Iran War) की वजह से कच्चे तेल की कीमतों पर असर पड़ रहा है। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से शेयर बाजार (Share Market) में कई कंपनियों के शेयरों पर इसका पड़ेगा। 

    By Gyanendra Tiwari Edited By: Gyanendra Tiwari Updated: Mon, 23 Jun 2025 02:52 PM (IST)
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    इजरायल-ईरान संघर्ष की वजह से महंगा हुआ कच्चा तेल

    नई दिल्ली। ईरान और इजरायल (Israel Iran war) के बीच जारी युद्ध में अमेरिकी की एंट्री के बाद तनाव और बढ़ गया है। ईरानी संसद ने वैश्विक तेल अवरोध बिंदु होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने के उपाय को मंजूरी दे दी है। हालांकि, इसका अंतिम फैसला ईरान के शीर्ष सुरक्षा प्राधिकरण, सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा लिया जाएगा। लेकिन इस तनाव का असर शेयर मार्केट पर पड़ रहा है।  कच्चे तेल (Crude Oil) के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में किन सेक्टर्स और किन कंपनियों पर पड़ेगा, आइए जानते हैं।
     

    सोमवार 23 जून 2025 को कच्चे तेल की कीमतें जनवरी के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। ब्रेंट क्रूड का फ्यूचर प्राइस  72 सेंट या 0.93% बढ़कर 77.73 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
     

    किन कंपनियों के शेयरों पर पड़ेगा तेल की बढ़ती कीमतों का असर?


    ऑयल मार्केटिंग कंपनी: कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर सीधे तौर पर तेल बेचने वाली कंपनियों पर पड़ेगा। कच्चे तेल की कीमतें HPCL, BPCL और IOC के मार्जिन को सीधे प्रभावित करती हैं।
     
    एविएशन कंपनियों के शेयरों पर भी पड़ेगा असर: तेल कंपनियों के अलावा इजरायल-ईरान युद्ध और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर एविएशन सेक्टर पर भी पड़ेगा। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से एयरलाइनों के मुनाफे पर असर पड़ेगा। इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो), स्पाइसजेट, जेट एयरवेज (इंडिया) और ग्लोबल वेक्ट्रा हेलिकॉर्प जैसे शेयरों पर इसका असर पड़ सकता है।

    पेंट्स के शेयरों पर भी दिखेगा असर: इजरायल-ईरान युद्ध और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर पेंट्स सेक्टर पर भी पड़ेगा। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से की कुल इनपुट लागत बढ़ जाती है। पेंट बनाने में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख कच्चे माल में टाइटेनियम डाइऑक्साइड, फ्थेलिक एनहाइड्राइड, सॉल्वैंट्स, पिगमेंट, रेजिन और अन्य कच्चे तेल के डेरिवेटिव शामिल हैं। ऐसे में  एशियन पेंट्स, बर्जर पेंट्स और कंसाई नेरोलैक पेंट्स जैसी कंपनियों के शेयरों पर इसका असर देखने को मिल सकता है।

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
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