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    IRDAI द्वारा किए जा रहे बदलावों से बीमा क्षेत्र को लाभ होगा, HDFC Life की वार्षिक बैठक में बोले दीपक पारेख

    By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav Shalya
    Updated: Sat, 22 Jul 2023 09:48 PM (IST)

    HDFC Life Annual Meeting एचडीएफसी लाइफ की 23वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि IRDAI के प्रस्तावित बदलावों से बीमा क्षेत्र को लाभ होगा। कोरोना से प्रभाव से क्षेत्र तेजी से उबर रहा है। वित्त वर्ष 2022-23 में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीते वित्त वर्ष में इस क्षेत्र का नया कारोबारी प्रीमियम 3.7 लाख करोड़ रुपये रहा है।

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    IRDAI के इन बदलावों से बीमा क्षेत्र को लाभ होगा।

     नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) की वार्षिक आम बैठक में चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh) का कहना है कि बीमा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नियामकीय बदलावों से इस क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी होगी। साथ ही लंबी अवधि के उत्पादों के विकास को बढ़ावा मिलेगा और स्थायित्व में सुधार होगा।

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    कंपनी की 23वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए पारेख ने कहा कि बीमा विनियामक भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (Insurance Regulatory and Development Authority of India - IRDAI) के प्रस्तावित बदलावों से बीमा की पहुंच बढ़ेगी, सतत विकास की सुविधा मिलेगी और परिचालन आसान होगा।

    IRDAI ने पहले ही तेजी से उत्पाद लांच के लिए उपयोग और फाइल की व्यवस्था शुरू कर दी है। बीमा विनियामक कंपनियों को अपनी लागत संरचनाओं को प्रबंधित करने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए प्रबंधन और कमीशन खर्च के दिशानिर्देशों को संशोधित किया है।

    कोरोना के बाद तेजी से बढ़ रहा बीमा क्षेत्र

    पारेख ने कहा कि जीवन बीमा क्षेत्र महामारी के बाद से उबर गया है और वित्त वर्ष 2022-23 में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीते वित्त वर्ष में इस क्षेत्र का नया कारोबारी प्रीमियम 3.7 लाख करोड़ रुपये रहा है जो वित्त वर्ष 2021-22 में 3.1 लाख करोड़ रुपये था। पारेख इस वर्ष 30 जून तक एचडीएफसी लिमिटेड के चेयरमैन भी थे, जिसका एक जुलाई से एचडीएफसी बैंक में विलय हुआ है।

    एचडीएफसी लिमिटेड और एचडीएफसी बैंक के मर्जर को भारतीय कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा विलय माना गया है। एचडीएफसी लाइफ अब एचडीएफसी बैंक की सब्सिडियरी बन गई और इसका मार्केट कैप 1.39 लाख करोड़ रुपये है। कंपनी का नाम निजी क्षेत्र बड़ी बीमा कंपनियों में लिया जाता है।