Sovereign Gold Bond में इस दिन से कर सकते हैं निवेश, RBI ने प्रति ग्राम के लिए 5,923 रुपये तय किया रेट
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए आरबीआई ने निवेश की तारीख की घोषणा कर दी है। इसके अलावा आरबीआई ने प्रति ग्राम के लिए 5923 रुपये किया तय है। आप न्यूनतम 1 ग्राम सोने में निवेश कर सकते हैं। एक वित्तीय वर्ष के लिए अधिकतम सदस्यता सीमा व्यक्तियों के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: शुद्ध सोना खरीदने का सपना देख रहे लोगों के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सुनहरा मौका लेकर आया है।
वैसे निवेशक जो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश की तारीखों का एलान कर दिया है।
इस दिन से कर सकते हैं निवेश
आपको बता दें कि आरबीआई ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5,923 रुपये प्रति ग्राम तय किया है जो 11 सितंबर से सदस्यता के लिए खुलेगा और 15 सितंबर तक के लिए खुला रहेगा।
आप न्यूनतम 1 ग्राम सोना के लिए निवेश कर सकते हैं। प्रत्येक वित्तीय वर्ष में सदस्यता की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और समान संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है।
डिजिटल मोड से पेमेंट करने पर मिलेगी छूट
इस बार सरकार ने आरबीआई की सलाह पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल मोड से पेमेंट करने वाले निवेशकों को न्यूनतम मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम कम की छूट देने का निर्णय लिया है। इस हिसाब से ऑनलाइन आवेदन देने और इसके लिए ऑनलाइन पेमेंट करने वालों के लिए इश्यू प्राइस 5,873 रुपये प्रति ग्राम है।
इनके माध्यम से बेचे जाएंगे बॉन्ड
आपको बता दें कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे एनएसई और बीएसई के माध्यम से बेचे जाएंगे।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लाने का क्या है उद्देश्य?
यह योजना फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करने और सोने की खरीद के लिए उपयोग की जाने वाली घरेलू बचत के एक हिस्से को वित्तीय बचत में स्थानांतरित करने के लिए नवंबर 2015 में शुरू की गई थी।
बॉन्ड की कीमत सदस्यता अवधि से पहले सप्ताह के अंतिम 3 कार्य दिवसों के लिए इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने के साधारण औसत समापन मूल्य के आधार पर भारतीय रुपये में तय की जाती है।
यह गोल्ड बॉन्ड स्कीम 8 साल तक होती है जिसमें पांचवें साल के बाद अगली ब्याज भुगतान तिथियों पर बाहर निकलने का विकल्प होता है।