फिर से रसातल में रुपया, इंट्रा-डे में रिकार्ड निचले स्तर पर पहुंचकर गिरावट के साथ 89.53 पर बंद
करेंसी मार्केट में रुपया 89.45 पर खुला और इंट्रा-डे में यह डालर के मुकाबले 89.79 के रिकार्ड निचले स्तर पर चला गया। इससे पहले रुपये ने 21 नवंबर को डालर के मुकाबले 89.66 का अपना ऑल टाइम इंट्रा-डे लो लगाया था।

फाइल फोटो
मुंबई। 1 दिसंबर, सोमवार को रुपया, डॉलर के मुकाबले 89.79 के रिकार्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, बाद में मांग बढ़ने के चलते यह आठ पैसे गिरकर 89.53 पर बंद हुआ। रुपये में लगातार कमजोरी मुख्य रूप से व्यापार घाटा, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी और आरबीआइ के सीमित दखल की वजह से है।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 89.45 पर खुला और इंट्रा-डे में यह डालर के मुकाबले 89.79 के रिकार्ड निचले स्तर पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से 34 पैसे कम था। इससे पहले, रुपये ने 21 नवंबर को डालर के मुकाबले 89.66 का अपना सर्वकालिक इंट्रा-डे निचला स्तर बनाया था। तब यह 98 पैसे गिरा था। हालांकि कारोबार के अंत में यह 89.53 पर बंद हुआ। शुक्रवार को रुपया डालर के मुकाबले नौ पैसे गिरकर 89.45 पर बंद हुआ।
क्या और आएगी गिरावट?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने कहा, रुपये में आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव बना रह सकता है, क्योंकि अमेरिकी मुद्रा की मांग और आपूर्ति के बीच अंदरूनी संतुलन बना रह सकता है। इस बीच, डॉलर इंडेक्स (छह करेंसी के मुकाबले डालर की मजबूती को मापता है) 0.17% बढ़कर 99.28 पर ट्रेड कर रहा था।
ये भी पढ़ें- भारत के राष्ट्रपति बेच सकते हैं इस सरकारी बैंक में हिस्सेदारी, 57 रुपये है शेयर का भाव, सरकार के पास 79% हिस्सा
विदेशी मुद्रा विनिमय व्यापारियों का कहना है कि अमेरिका के साथ चल रहे व्यापार तनाव के चलते निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। कुछ दिन पहले वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि इसी साल अमेरिका के साथ एक शुरुआती स्तर की ट्रेड डील हो जाएगी, जिससे निर्यातकों को फायदा होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।