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    अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच भारतीय कंपनियों ने रूसी तेल का ऑर्डर रोका, मुकेश अंबानी की रिलायंस यहां से कर रही खरीदारी

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 06:03 PM (IST)

    अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद भारतीय तेल कंपनियों ने रूसी तेल के नए ऑर्डर रोक दिए हैं। कंपनियां सरकार से स्पष्टीकरण का इंतजार कर रही हैं। कुछ रिफाइनरी स्पॉट मार्केट का उपयोग कर रही हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्पॉट मार्केट से खरीदारी बढ़ा दी है, लेकिन रोसनेफ्ट से आयात बंद करने की योजना है। प्रतिबंधों के कारण भारत का रूसी तेल आयात गिरा है।

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    अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच भारतीय कंपनियों ने रूसी तेल का ऑर्डर रोका, मुकेश अंबानी की रिलायंस यहां से कर रही खरीदारी

    नई दिल्ली, रायटर्स। अमेरिका द्वारा रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भारतीय तेल कंपनियों ने मास्को से तेल खरीदने से जुड़ा कोई नया ऑर्डर नहीं दिया है। भारतीय कंपनियां इस मुद्दे पर सरकार और आपूर्तिकर्ताओं से स्पष्टीकरण का इंतजार कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ रिफाइनरी कच्चे तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए हाजिर बाजारों (स्पॉट मार्केट) का इस्तेमाल कर रही हैं। सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल ने तेल खरीद के लिए टेंडर जारी किया है, जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्पॉट मार्केट से खरीदारी बढ़ा दी है।

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    यूरोपीय यूनियन, ब्रिटेन और अमेरिका ने रूस की दो प्रमुख तेल उत्पादक कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर कुछ दिनों पहले प्रतिबंध लगा दिया था। भारतीय रिफाइनरी कंपनियां प्रतिबंधों का पालन करने के लिए रूसी तेल के आयात में भारी कटौती करने की तैयारी में हैं। ऐसा करने के पीछे एक बड़ी वजह यह है कि इससे अमेरिका के साथ व्यापार समझौते में आने वाली एक बड़ी बाधा दूर हो सकती है।

    पिछले सप्ताह रूसी तेल की सबसे बड़ी भारतीय खरीदारी रिलायंस ने कहा था कि वह मौजूदा तेल आपूर्तिकर्ताओं के साथ अपने संबंध बनाए रखते हुए प्रतिबंधों का पालन करेगी। सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस रोसनेफ्ट से तेल आयात बंद करने की योजना बना रही है।

    रूसी तेल खरीदारी पर सूत्रों ने दी जानकारी

    एक सूत्र ने कहा, ''हमने अभी तक नए आर्डर नहीं दिए हैं और प्रतिबंधित संस्थाओं से जुड़े व्यापारियों से बुक किए गए कुछ आर्डर रद कर दिए हैं।'' एक तीसरे सूत्र ने कहा, ''हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी खरीदारी प्रतिबंधित संस्थाओं से जुड़ी न हो क्योंकि बैंक भुगतान की सुविधा नहीं देंगे।'' एक अन्य सूत्र ने कहा कि उनकी कंपनी यह देखने का इंतजार कर रही है कि क्या उसे गैर-प्रतिबंधित व्यापारियों या संस्थाओं से कच्चा तेल मिल सकता है।

    भारत ने 19 लाख बैरल प्रतिदिन रूसी तेल खरीदा 

    अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, भारत ने 2025 के पहले नौ महीनों में प्रतिदिन 19 लाख बैरल तेल खरीदा और यह रूस के कुल निर्यात का 40 प्रतिशत है। व्यापार सूत्रों और शिपिंग के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल और सितंबर के बीच भारत का रूसी तेल आयात कम छूट और कम आपूर्ति के कारण पिछले साल की तुलना में 8.4 फीसदी गिर गया, क्योंकि रिफाइनरी कंपनियां पश्चिम एशिया और अमेरिका से अधिक तेल खरीद रही हैं।