भारत में चीनी उत्पादन 16% बढ़ने का अनुमान, खुल सकता है निर्यात का रास्ता; इस राज्य में बढ़ी गन्ने की पैदावार
भारत में चीनी उत्पादन में 16% की वृद्धि होने का अनुमान है, जिससे निर्यात की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। गन्ने की पैदावार में हुई वृद्धि इसका मुख्य कारण है। यह खबर चीनी उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत है और किसानों को भी लाभान्वित कर सकती है।

भारत में चीनी उत्पादन 16% बढ़ने का अनुमान, खुल सकता है निर्यात का रास्ता
नई दिल्ली| भारत में चालू विपणन वर्ष (Marketing Year) 2025-26 (अक्टूबर–सितंबर) में चीनी उत्पादन 16% बढ़कर 343.5 लाख टन पहुंचने का अनुमान है। भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (इस्मा) के मुताबिक, यह बढ़ोतरी महाराष्ट्र में ज्यादा उत्पादन और बेहतर उत्पादकता की वजह से संभव हुई है। पिछले साल यानी 2024-25 में चीनी उत्पादन 296.10 लाख टन रहा था।
इस्मा ने बताया कि महाराष्ट्र में गन्ने की पैदावार बढ़ने से उत्पादन 93.51 लाख टन से उछलकर 130 लाख टन तक पहुंच सकता है। गन्ने का कुल रकबा भी थोड़ा बढ़ा है- 2025-26 में 57.35 लाख हेक्टेयर, जबकि पिछले साल यह 57.11 लाख हेक्टेयर था।
इस्मा के बयान के अनुसार, एथनॉल उत्पादन के लिए 34 लाख टन चीनी अलग करने के बाद शुद्ध चीनी उत्पादन 309.5 लाख टन रहने की उम्मीद है। पिछले वर्ष शुद्ध उत्पादन 261.08 लाख टन रहा था। जबकि एथनॉल के लिए पिछले सीजन में 35 लाख टन चीनी का इस्तेमाल किया गया था।
कुल उपलब्धता और मांग का अनुमान
मार्केटिंग वर्ष की शुरुआत में 50 लाख टन पुराने स्टॉक के साथ कुल चीनी उपलब्धता 359.5 लाख टन आंकी गई है। घरेलू खपत 285 लाख टन रहने का अनुमान है, जिससे अंतिम स्टॉक करीब 74.5 लाख टन बचेगा। इस्मा ने कहा,
"चीनी का संतुलन पर्याप्त है, इसलिए भारत इस सत्र में लगभग 20 लाख टन निर्यात करने की स्थिति में है। हमने सरकार से जल्द निर्यात नीति घोषित करने का आग्रह किया है, ताकि मिलें अपनी उत्पादन रणनीति तय कर सकें।"
चूंकि घरेलू मांग और स्टॉक दोनों संतुलित हैं, उद्योग जगत को उम्मीद है कि सरकार निर्यात पर जल्द फैसला लेगी।
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