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    वेनेजुएला से तेल खरीदने को तैयार भारत, 3 वर्षों बाद इस देश की होगी तेल बाजार में वापसी

    वेनेजुएला से भारत ने वर्ष 2020 में क्रूड खरीदना बंद कर दिया था। तब उस पर अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग गया था। वैसे भारत ने प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए रूस से लगातार क्रूड की खरीद की है। तकरीबन तीन वर्षों बाद वेनेजुएला की तेल बाजार में वापसी का असर कच्चे तेल पर भी पड़ रहा है।

    By Jagran NewsEdited By: Rammohan MishraUpdated: Fri, 15 Dec 2023 10:00 PM (IST)
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    भारत पहले भी वेनेजुएला का क्रूड खरीदता रहा है।

    जाागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय प्रतबंध झेल रहे दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला के तेल बाजार में लौटने का भारत ने स्वागत किया है और संकेत दिया है कि वह इससे तेल की खरीददारी भी शुरु करने को तैयार है। केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा-

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    भारत हमेशा से वेनेजुएला का क्रूड खरीदता रहा है। प्रतिबंध की वजह से ही भारत ने उससे तेल की खरीद बंद की है। भारत की कई रिफाइनरियां हेवी क्रूड के इस्तेमाल करने में सक्षम है। हम फिर से खरीदेंगे।

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    3 वर्षों बाद वेनेजुएला की तेल बाजार में वापसी

    वेनेजुएला से भारत ने वर्ष 2020 में क्रूड खरीदना बंद किया था। तब उस पर अमेरिका के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग गया था। वैसे भारत ने प्रतिबंधों की अनदेखी करते हुए रूस से लगातार क्रूड की खरीद की है। तकरीबन तीन वर्षों बाद वेनेजुएला की तेल बाजार में वापसी का असर कच्चे तेल पर भी पड़ रहा है और इससे भी भारत को सीधे तौर पर फायदा हो रहा है।

    क्रूड की कीमतों में आई गिरावट

    तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक की तरफ से उत्पादन में कटौती किये जाने और सर्दियों की मांग तेज होने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें नीचे की तरफ आ रही हैं। दो हफ्ते पहले 88 डॉलर प्रति बैरल की कीमत अब 72-73 डॉलर प्रति बैरल के करीब है।

    विदेशी बाजार पर निर्भर है भारत 

    भारत अपनी जरूरत का 87 फीसद क्रूड बाहर से लेता है। यहां क्रूड की कीमतें इकोनॉमी की दिशा तय करने में काफी अहम भूमिका निभाती हैं। ऐसे में सस्ते क्रूड से भारतीय इकोनॉमी को और मजबूती मिलने की बात कही जा रही है।

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