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    भारत के पास हर महीने 100 बिलियन UPI ट्रांजैक्शन करने की क्षमता, 2030 तक प्रति दिन होंगे 2 बिलियन लेन-देन

    By AgencyEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Tue, 05 Sep 2023 03:50 PM (IST)

    नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीईओ दिलीप अस्बे ने आज कहा कि भारत प्रति माह 100 बिलियन यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) लेनदेन संसाधित करने में सक्षम है। यह अगस्त 2016 में 10 बिलियन लेनदेन से दस गुना वृद्धि है। एनपीसीआई के सीईओ और एमडी दिलीप अस्बे ने कहा कि अब यूपीआई उपयोगकर्ताओं की संख्या 350 मिलियन हो गई है।

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    भारत में एक महीने में 100 बिलियन यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन करने की क्षमता है।

    नई दिल्ली, एजेंसी: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीईओ दिलीप अस्बे (Dilip Asbe) ने आज कहा कि भारत में एक महीने में 100 बिलियन यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) लेनदेन करने की क्षमता है। यह 2016 के अगस्त महीने में हासिल किए गए 10 बिलियन लेनदेन से 10 गुना अधिक वृद्धि होगी।

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    वर्तमान में कितने है यूजर्स?

    समाचार एजेंसी पीटीआई को एनपीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक दिलीप अस्बे ने कहा कि वर्तमान में 350 मिलियन यूपीआई यूजर्स हैं और मर्चेंट और यूजर्स में ग्रोथ का अवसर 3 गुना अधिक है।

    2030 तक प्रति दिन 2 बिलियन होंगे ट्रांजैक्शन

    एनपीसीआई के सीईओ ने फिलहाल यह नहीं बताया कि 100 बिलियन के आंकड़े तक कब पहुंचा जाएगा लेकिन उन्हें यह जरूर बताया कि भारत में साल 2030 तक प्रति दिन 2 अरब लेनदेन होंगे। वर्तमान में, वीजा कार्ड नेटवर्क हर महीने 22.5 बिलियन लेनदेन करता है, जबकि मास्टरकार्ड 11 बिलियन से अधिक लेनदेन करता है।

    10 गुना तक बढ़ सकता है क्रेडिट कार्ड का उपयोग

    सीईओ अस्बे ने कहा कि यदि उद्योग सैशेटाइजेशन की उभरती प्रवृत्ति को अपनाता है तो क्रेडिट कार्ड के उपयोग में दस गुना वृद्धि देखी जा सकती है, लेकिन यह तभी संभव है जब बैंक सही प्लेटफॉर्म प्रदान करें।

    उन्होंने कहा कि वर्तमान में, क्रेडिट कार्ड में अधिग्रहण और अंडरराइटिंग की लागत बहुत अधिक है, जो समावेशन एजेंडे के लिए एक चुनौती है, लेकिन डिजिटल और तकनीकी सेवाएं इसे कम करने में मदद कर सकती हैं।

    अंतरराष्ट्रीयकरण पर दिया जवाब

    यूपीआई के अंतरराष्ट्रीयकरण पर, अस्बे ने कहा कि इस तरह के प्रयासों के लिए नियामक मदद की आवश्यकता होती है और 2030 तक, एनपीसीआई का लक्ष्य भारत और शीर्ष 30 बाजारों में से आधे के बीच निर्बाध भुगतान को सक्षम करने के लिए सही गठजोड़ करना है।

    क्या है यूपीआई?

    यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) एक लोकप्रिय मोबाइल भुगतान पद्धति है जो आपको एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में तुरंत और निःशुल्क धनराशि स्थानांतरित करने की अनुमति देती है। यह नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित एक सिंगल-विंडो मोबाइल भुगतान प्रणाली है।