Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    NPCI ने शुरू की नई सर्विस, अब बिना CVV के RuPay कार्ड से चुटकियों में हो जाएगा लेनदेन

    By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav Shalya
    Updated: Mon, 15 May 2023 04:23 PM (IST)

    RuPay Card एनपीसीआई ने रुपे कार्डहोल्डरर्स को एक नई सौगात दी है। अब बिना सीवीवी के केवल ओटीपी के जरिए टोकनाइज्ड कार्ड से भुगतान किया जा सकेगा। ये सुविधा डेबिट के साथ क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड पर मिलेगी। (जागरण फाइल फोटो)

    Hero Image
    RuPay goes live on CVV-less payments for tokenized cards

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India (NPCI)) की ओर से सोमवार को कहा गया कि रुपे कार्ड से अब सीवीवी (कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू) के बिना भी भुगतान कर सकते हैं। ये सुविधा डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्डहोल्डर्स को दी जाएगी, जिन्होंने मर्चेंट ऐप और वेबपेज पर कार्ड का टोकनाइजेशन किया हुआ है और केवल ओटीपी की मदद से ही लेनदेन पूरा हो जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एनपीसीआई की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि सीवीवी के बिना भुगतान करने से ग्राहकों को कार्ड की डिटेल याद नहीं रखनी होगी। हालांकि, ग्राहकों को इस फीचर का लाभ उठाने के लिए अपने कार्ड का ई-कॉमर्स मर्चेंट के प्लेटफॉर्म पर टोकनाइजेशन किया होना चाहिए।

    बयान में आगे कहा गया कि इस फीचर की मदद से केवल ओटीपी के जरिए ही ग्राहक लेनदेन कर सकते हैं और इससे भुगतान करना पहले के मुकाबले काफी आसान हो जाएगा।

    क्या होता है टोकनाइजेशन?

    टोकनाइजेशन पेमेंट करने की एक टेक्नोलॉजी है, जिसकी मदद से कार्ड असली डिटेल मर्चेंट को शेयर किए बिना आप लेनदेन कर सकते हैं। इसे सरकारी कार्ड कंपनी रुपे की ओर से शुरू किया गया है।

    जब भी कोई कार्ड होल्डर ई-कॉमर्स के लिए लेनदेन करता है तो उसे अपने लेनदेन को ऑथेंटिकेट करने के लिए कार्ड नंबर, सीवीवी और कार्ड एक्सपायरी डेट आदि जानकरी और ओटीपी दर्ज कर पूरे प्रोसेस को करना होता है। इसके बाद डिटेल्स को टोकनाइज्ड कर सेव कर सकते हैं।

    बता दें, कार्ड टोकनाइजेशन सिस्टम को NPCI की ओर से रुपे की 2021 में शुरू किया गया था। आरबीआई की ओर से सभी कार्ड कंपनियों को जारी की गई गाइडलाइन में कहा गया है कि सभी कार्ड को लेनदेन के लिए सुरक्षित बनाया जाए।