भारत ने चीन के खाद रोकने की करतूत का दिया करारा जवाब, पलटी बाजी देख ड्रैगन के उड़े होश
चीन ने हाल ही में भारत आ रही खाद के निर्यात पर रोक लगाने की बात कही है। ऐसे में आपूर्ति (Fertilizer Supply) में बाधा डालने की आशंका के बीच, भारत ने किसानों के लिए उर्वरक की जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार है। भारत ने एक विकल्प देश की तलाश कर ली है। इस देश का नाम क्या है और वहां से कौन-कौन सी खाद आएगी जानते हैं।

खाद की सप्लाई के सिलसिले में विदेश मंत्रालय ने हाल ही में भारत के पुराने उर्वरक एवं फॉस्फेट आपूर्तिकर्ता OCP ग्रुप बाद की है।
नई दिल्ली। चीन आए दिन भारत को नई-नई धमकी देता रहता है। कहीं रेयर एलीमेंट को रोकने की बात तो कहीं खाद रोकने की बात करता है। ऐसे में यदि खाद रूकी तो हमारे किसानों के सामने खाद का संकट खड़ा हो सकता था। लेकिन भारत ने चुपचाप एक मास्टर स्ट्रोक खेला है। भारत ने सीधे मोरक्को की तरफ रुख किया है। इससे भारत ने ढेर सारी खाद का इंतजाम पक्का कर लिया है। यानी चीन ने जो नुकसान पहुंचान का सोचा था उसका भारत के पास अब करारा जवाब ढूंढ लिया है। इस पलटती बाजी से ड्रैगन भी हैरान हो सकता है। चलिए भारत ने कैसे संभव किया विस्तार से जानते हैं...
खाद की सप्लाई के सिलसिले में विदेश मंत्रालय की सचिव (दक्षिण) नीना मल्होत्रा के नेतृत्व में अधिकारियों ने हाल ही में भारत के पुराने उर्वरक एवं फॉस्फेट आपूर्तिकर्ता OCP ग्रुप के चेयरमैन एवं सीईओ मुस्तफा टेराब से मुलाकात की। मोरक्को की राजधानी रबात में हुई इस बैठक में दोनों पक्षों ने दीर्घकालिक रणनीतिक आपूर्ति व्यवस्था को मजबूत करने, उर्वरक सप्लाई चेन में संयुक्त उद्यम, टिकाऊ कृषि एवं मिट्टी स्वास्थ्य में सहयोग तथा खाद्य सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की है।
OCP ग्रुप खाद सप्लाई में निभाएगा बड़ी भूमिका
अधिकारियों के अनुसार, OCP ग्रुप भारत को आपूर्ति बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है। 100 साल से अधिक पुरानी मोरक्को स्थित यह कंपनी भारत की अग्रणी उर्वरक कंपनी परदीप फॉस्फेट्स में 28% हिस्सेदारी रखती है। वहीं चंबल फर्टिलाइजर्स के साथ इसका संयुक्त उद्यम ‘इंडो-मारोक फॉस्फोर एसए’ भारत में उर्वरक उत्पादन के लिए जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करता है।
OCP भारत के रॉक फॉस्फेट आयात का पांचवां हिस्सा, फॉस्फोरिक एसिड आयात का एक-तिहाई, डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) आयात का बड़ा हिस्सा और ट्रिपल सुपर फॉस्फेट (TSP) की 100% जरूरत पूरी करता है। साल 2025 में कंपनी ने 15 लाख टन डीएपी और 10 लाख टन टीएसपी की आपूर्ति के लिए समझौते किए हैं।

मोरक्को से 40 से अधिक समझौते
उत्तर अफ्रीका में मोरक्को भारत का प्रमुख सुरक्षा एवं व्यापारिक साझेदार बनकर उभर रहा है। दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संबंध बढ़े हैं। वर्तमान में 40 से अधिक समझौते लागू हैं और रक्षा उत्पादन सहित रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है।
मल्होत्रा ने अपनी यात्रा के दौरान उद्योग एवं व्यापार मंत्रालय में विदेश व्यापार राज्य सचिव उमर हजीरा से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय व्यापार एवं वाणिज्यिक सहयोग की समीक्षा की। दोनों पक्षों ने दवा, ऑटोमोबाइल, आईटी सेवाएं, कपड़ा और कृषि-प्रसंस्करण क्षेत्रों में व्यापार बढ़ाने तथा अवसरों पर चर्चा की।

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