Core Sector Growth: कोर सेक्टर की ग्रोथ पर लगा ब्रेक, अगस्त में उत्पादन वृद्धि 9 महीने के निचले स्तर पर
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के 8 कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट अगस्त 2022 में महज 3.3 प्रतिशत रही। 8 कोर सेक्टर में कोयला कच्चा तेल नेचुरल गैस रिफाइनरी प्रोडक्ट उर्वरक इस्पात सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी को शामिल किया जाता है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Core Sector Growth: भारतीय अर्थव्यस्था के कोर सेक्टर की ग्रोथ में अगस्त में तेज गिरावट आई है। अगस्त में कोर सेक्टर की ग्रोथ धीमी होकर 3.3 फीसद रही। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकडों से पता चलता है कि अगस्त के महीने में आठ प्रमुख क्षेत्रों में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो जुलाई में 4.5 प्रतिशत थी। पिछले 9 महीने में यह सबसे कम वृद्धि है।
अगस्त में आठ प्रमुख क्षेत्रों में से छह का उत्पादन बढ़ा। इन क्षेत्रों में कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, बिजली, उर्वरक, सीमेंट और स्टील शामिल हैं। भारत की अर्थव्यवस्था के इस वर्ष सबसे तेजी से बढ़ती हुई इकोनॉमी होने की उम्मीद है, लेकिन वैश्विक मंदी, दुनिया भर में लिक्विडी का संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते भारत के कोर सेक्टर को काफी नुकसान हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था को लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
किस सेक्टर में कितनी रही ग्रोथ
आठ बुनियादी ढांचा क्षेत्रों कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली की उत्पादन वृद्धि अप्रैल-अगस्त के दौरान 9.8 प्रतिशत थी, जो एक साल पहले 19.4 प्रतिशत थी। आपको बता दें कि कोर सेक्टर ग्रोथ का पिछला निचला स्तर नवंबर 2021 में 3.2 प्रतिशत था।
अगर बीते 12 महीनों के आंकड़े देखें तो मई 2022 में ग्रोथ रेट सबसे अधिक रही है। अगस्त 2021 में ये दहाई अंकों में थी। उसके बाद इसमें लगातार गिरावट आ रही है।
अगस्त 2022 में फर्टिलाइजर सेक्टर की ग्रोथ सबसे बढ़िया रही है। यहां 11.9% की वृद्धि दर्ज की गई। कोल सेक्टर की ग्रोथ रेट 7.6% फीसद रही। क्रूड ऑयल 3.3% की गिरावट आई है। नेचुरल गैस में 1 फीसद से नीचे की नरमी दर्ज की गई है।
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