देश की 40% दौलत सिर्फ एक फीसदी लोगों के पास, आर्थिक असमानता के मामले में कहां खड़ा भारत, इस रिपोर्ट में मिला जवाब
वर्ल्ड इनइक्वलिटी की लेटेस्ट रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की कुल संपत्ति का करीब 40 फीसदी हिस्सा महज एक प्रतिशत लोगों के पास है। हैरान करने वाली ब ...और पढ़ें
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नई दिल्ली। भारत में आर्थिक असमानता (Economic Inequality in India) का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश की कुल संपत्ति का करीब 40 फीसदी हिस्सा महज एक प्रतिशत लोगों के पास है। वर्ल्ड इनइक्वलिटी की लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इन आंकड़ों के साथ भारत, दक्षिण अफ्रीका और रूस के बाद दुनिया की तीसरी सबसे ज़्यादा असमान सोसायटी बन गया है।
किन देशों में ज्यादा आर्थिक असमानता?
कुछ ही देशों में इससे ज़्यादा असमानता दिखती है, इनमें साउथ अफ्रीका में सबसे अमीर 1 प्रतिशत लोग कुल दौलत के लगभग 54 प्रतिशत हिस्से को कंट्रोल करते हैं; रूस में, 47 प्रतिशत से ज़्यादा; मेक्सिको, कोलंबिया और ब्राज़ील में, हर जगह लगभग 38 प्रतिशत; और US में 35 प्रतिशत दौलत पर एक फीसदी लोगों का कब्जा है।
किन देशों में कम आर्थिक असमानता?
इसके रूस और साउथ अफ्रीका व अमेरिका जैसे देशों के विपरीत, नीदरलैंड्स में आर्थिक असमानता काफी कम है, जहाँ टॉप 1 प्रतिशत लोगों के पास कुल संपत्ति का सिर्फ़ 14 प्रतिशत हिस्सा है, इसके बाद इंडोनेशिया में 20 प्रतिशत, डेनमार्क और UK में लगभग 21 प्रतिशत, इटली में 22 प्रतिशत और न्यूज़ीलैंड में 23 प्रतिशत है।
भारत में क्यों है आर्थिक असमानता?
स्टडी से पता चला है कि भारत में तेज़ आर्थिक ग्रोथ के बावजूद पिछले दशक में असमानता में मुश्किल से कोई बदलाव आया है। सबसे ज़्यादा कमाने वाले 10 प्रतिशत लोग देश की इनकम का लगभग 58 प्रतिशत हिस्सा लेते हैं, जबकि नीचे के 50 प्रतिशत लोगों को सिर्फ़ 15 प्रतिशत मिलता है।
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दौलत का बंटवारा और भी ज़्यादा असमान है, क्योंकि सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोगों के पास कुल दौलत का लगभग 65 प्रतिशत हिस्सा है, और अकेले टॉप 1 प्रतिशत लोगों के पास 40 प्रतिशत है।

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