बंटवारे के बाद पाकिस्तान के हाथ लगी थी इतनी धनराशि, किसने दिए और क्या थी वजह?
Independence Day 2025 आजादी के समय सिर्फ ब्रिटिश अलग नहीं हुआ साथ ही भारत के भी दो हिस्से हो गए। विभाजन के बाद पाकिस्तान को करोड़ों रुपये दिए गए थे। इस कहानी के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान को ये राशि किसने और क्यों दी? इसके साथ ही जानेंगे कि पाकिस्तान ने इस धनराशि का कहां उपयोग किया।

नई दिल्ली। 15 अगस्त 2025 यानी कल देश अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगा। इस दिन सिर्फ हमें ब्रिटिश से आजादी नहीं मिली, बल्कि देश के दो हिस्से (India-Pakistan Partition Story) भी हुए। एक हिस्से को भारत कहा गया और दूसरे को पाकिस्तान नाम दिया गया।
इस समय पाकिस्तान को करोड़ों रुपयों में धनराशि दी गई थी।
- लेकिन इसकी क्या वजह थी?
- वहीं ये राशि किसके द्वारा दी गई?
- क्या भारत को भी कुछ मिला था?
ऐसे तमाम प्रश्न हमारे मन में आते हैं। आइए इनके बारे में एक-एक करके जानते हैं।
क्यों मिले थे पाकिस्तान को पैसे?
भारत पर अंग्रेजों द्वारा 150 से 200 साल तक हुकूमत की गई। इसका निष्कर्ष ये हुआ कि भारत के दो हिस्से हो गए। विभाजन के समय सिर्फ जमीन का बंटवारा नहीं किया गया। ये बंटवारा व्यक्ति से लेकर हर उस वस्तु का हुआ, जिसका आज हम उपयोग करते हैं। मसलन चेयर, पेपर, अलमारी, टाइपराइटर, कुर्सी इत्यादि। विभाजन ने परिवारों को भी नहीं छोड़ा। इनकी कहानियां हमें आज तक सुनने को मिलती आई है।
विभाजन के समय ब्रिटिश भारत की कुल संपत्ति का 17.5 फीसदी हिस्सा पाकिस्तान को दिया गया था। वहीं भारत को उस समय 400 करोड़ रुपये मिले थे। पाकिस्तान को विभाजन के समय 75 करोड़ रुपये मिले। इसके साथ ही उन्हें प्रशासनिक काम के लिए 20 करोड़ रुपये भी दिए जाने थे।
नहीं मिला था पूरा पैसा
इस पैसे को लेकर काफी विवाद चलता रहा। कहा जाता है कि ये पाकिस्तान को पहली किस्त 20 करोड़ रुपये तो मिले। लेकिन बाकी के 55 करोड़ रुपये विवाद के चलते रूक गए।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।