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    पेट्रोल पंप पर 0 दिखा कर हो रहा बड़ा खेल, क्या जितने का किए पेमेंट उतना मिल रहा फ्यूल; जानें कैसे बचें

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 04:17 PM (IST)

    पेट्रोल पंप पर ईंधन भरते समय 0 देखने पर भी धोखाधड़ी हो सकती है। जंप ट्रिक से पेट्रोल पंप पेमेंट (petrol pump jump trick) से कम फ्यूल देते हैं। इस तकनीक में मीटर अचानक 0 से 10 20 या ज़्यादा पर पहुँच जाता है जिससे ग्राहक भ्रमित हो जाते हैं। मशीनों में हेराफेरी करके रीडिंग बढ़ाई जाती है।

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    जंप ट्रिक पेट्रोल पंप पर पेमेंट किए गए अमाउंट से कम फ्यूल भरने का स्कैम है।

    नई दिल्ली। यदि आपको लगता है कि पेट्रोल पंप (petrol pump jump trick) पर ईंधन भरने वाली मशीन पर '0' दिखाने से ईंधन की सही मात्रा की गारंटी मिल जाती है, तो आप गलत हो सकते हैं। भले ही मशीन का डिस्प्ले शुरुआत में शून्य रीडिंग दिखा रहा हो, लेकिन जंप ट्रिक से धोखाधड़ी हो सकती है। 

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    जंप ट्रिक पेट्रोल पंपों पर पेमेंट किए गए अमाउंट से कम फ्यूल निकालने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नोलॉजी है। पहले भी कई पेट्रोल पंपों पर इस ट्रिक का इस्तेमाल करने के आरोप लगे हैं। हालाँकि, जंप ट्रिक (What is Petrol Pump Jump Trick) के बारे में कम लोगों को पता है। ऐसे में जंप ट्रिक कैसे काम करती है यह जानना जरूरी है।

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    क्या है जंप ट्रिक

    यह पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को भुगतान की गई राशि से कम ईंधन देकर ठगने की एक तकनीक है। गौरतलब है कि सभी पेट्रोल पंप इस तकनीक का इस्तेमाल नहीं करते।

    यह कैसे काम करता है

     पेट्रोल पंप जिस मशीन से निकलता है उसके मीटर धीरे-धीरे बढ़ने के बजाय, ईंधन भरने की शुरुआत में अचानक 0 से 10, 20 या उससे भी ज्यादा पर पहुँच जाता है। इससे ग्राहकों को यह भ्रम हो जाता है कि उन्हें सही मात्रा में ईंधन मिल रहा है।

    यह मशीनों से छेड़छाड़ करके किया जाता है। पेट्रोल पंप अपनी मशीनों में हेराफेरी करके बढ़ा-चढ़ाकर रीडिंग दिखाते हैं। इससे ग्राहकों को यह भ्रम हो जाता है कि उन्हें जरूरत से ज्यादा ईंधन मिल रहा है।

    मीटर को शुरुआत में 0 से 4-5 रुपये तक ही बढ़ना चाहिए। अगर यह 10, 20 रुपये या उससे ज़्यादा हो जाए, तो इसका मतलब हो सकता है कि मशीन में छेड़छाड़ की गई है।

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    कैसे बचें इस धोखाधड़ी से

    ईंधन भरवाने की शुरुआत से ही मीटर पर नज़र रखें। अगर आपको अचानक कोई बड़ा उछाल दिखाई दे, तो तुरंत ऑपरेटर से पूछताछ करें।