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    4 गुजराती दोस्तों का 80 साल पुराना स्टार्टअप, कौन थे चंपकलाल चोकसी? साथियों की मदद से बनाई सबसे बड़ी पेंट कंपनी

    Updated: Sun, 28 Dec 2025 11:54 AM (IST)

    चंपकलाल चोकसी, चिमनलाल चोकसी, सूर्यकांत दानी और अरविंद वकील, ये उन 4 दोस्तों के नाम हैं, जिन्होंने साल 1942 में एक कंपनी की नींव रखी, जिसे आज देश के द ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली। पार्टनरशिप में बिजनेस (Partnership Business) करना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि वक्त के साथ-साथ पैसा और अधिकारों को लेकर मतभेद उभरने लगते हैं। साझेदार, छोड़िये परिवार में भाइयों के बीच बिजनेस का बंटवारा हो जाता है। लेकिन, 4 गुजराती दोस्त ऐसे हैं जिन्होंने साझेदारी में व्यापार कर बड़ी मिसाल कायम की है। भारत में ऐसी कई कंपनीज हैं जिन्हें दोस्तों ने मिलकर शुरू किया। इनमें न्यूज एज स्टार्टअप से लेकर सालों पुरानी कंपनीज शामिल हैं। क्या आप उस कंपनी के बारे में जानते हैं जिसे 80 साल पहले चार दोस्तों ने मिलकर शुरू की थी?

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    यह कंपनी है देश की सबसे बड़ी पेंट निर्माता, एशियन पेंट्स (Story of Asian Paints) जिसकी स्थापना 1942 में मुंबई में चार गुजराती दोस्त ने की थी। आजादी से पहले के उस दौर में इस कंपनी को शुरू करने का एक खास मकसद था, और वे सभी इसमें कामयाब हुए। क्योंकि, मुंबई के पास एक छोटे से गैरेज से शुरू हुई यह कंपनी आज भारत का लीडिंग पेंट ब्रांड बन गया है।

    कौन थे एशियन पेंट्स शुरू करने वाले 4 दोस्त

    एशियन पेंट्स की स्थापना 1942 में मुंबई में चार दोस्तों, चंपकलाल चोकसी, चिमनलाल चोकसी, सूर्यकांत दानी और अरविंद वकील ने की थी। उस वक्त इन लोगों को दूसरे विश्व युद्ध के दौरान विदेशी पेंट कंपनियों को चुनौती देने का मौका मिला। इसी को भुनाने के लिए उन्होंने छोटे पैकेट में किफायती और आसानी से मिलने वाला पेंट बेचना शुरू किया।

    चंपकलाल चोकसी को एशियन पेंट्स का विजनरी फाउंडर कहा जाता है। उन्होंने कंपनी का मज़बूत डीलर नेटवर्क बनाने और टैलेंट एक्विजिशन पर ध्यान दिया।

    चंपकलाल चौकसी का साथ दिया चिमनलाल चोकसी ने, जो कंपनी के फाउंडर टीम में एक मुख्य सदस्य रहे।

    वहीं, तीसरे दोस्त और कंपनी के अहम पार्टनर सूर्यकांत दानी ने एशियन पेंट्स की शुरुआती ग्रोथ में अहम भूमिका निभाई।

    एशियन पेंट्स के चौथे अहम साझेदार, अरविंद वकील रहे, जिन्होंने एशियन पेंट्स की शुरुआती सफलता में अहम योगदान दिया।

    गैरेज से शुरुआत अब 60 देशों में कारोबार

    मुंबई के गाइवाड़ी में एक मामूली गैरेज में शुरू हुई एशियन पेंट्स आज भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। इतना ही नहीं। इतना ही नहीं अपने मज़बूत कस्टमर-फोकस और इनोवेटिव सोच की वजह से यह कंपनी 1967 से पेंट्स के मार्केट में लीडर रही है।

    आज की तारीख में एशियन पेंट्स भारत की लीडिंग पेंट और डेकोर कंपनी है और ₹354 अरब के कंसोलिडेटेड टर्नओवर के साथ दुनिया की टॉप 10 डेकोरेटिव कोटिंग्स कंपनियों में शामिल है। एशियन पेंट्स का कारोबार 15 देशों में है और दुनिया भर में इसके 27 पेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं।

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    यह भारतीय पेंट कंपनी 60 से ज़्यादा देशों में कस्टमर्स को सर्विस देती है, जिसमें श्रीलंका, बांग्लादेश और खाड़ी देशों से समेत कई मुल्क शामिल हैं। एशियन पेंट्स का मार्केट कैप 2 लाख 63 हजार करोड़ से ज्यादा है।

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