कपड़े के व्यापार से शुरुआत, अब कई कंपनी व 38 देशों में कारोबार, पिता से मिली विरासत को 4 भाइयों ने बनाया ब्रांड
हिंदुजा समूह की नींव सन 1914 में परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने रखी। बंबई में रहकर ईरान के साथ कपड़े और मेवे के व्यापार के साथ इस बिजनेस समूह की शुरुआत हुई। अब यह समूह भारत समेत दुनिया का सबसे नामी औद्योगिक घराना और कई बिजनेस वेंचर्स का संचालन करता है। इनमें ऑटोमोटिव, बैंकिंग और एनर्जी सेक्टर का कारोबार शामिल है।
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हिंदुजा ग्रुप की नींव 1914 में परमानंद हिंदुजा ने रखी थी।
नई दिल्ली। हिंदुजा ब्रदर्स, भारतीय उद्योग जगत में एक बड़ा नाम है। टाटा और बिरला की तरह ही हिंदुजा ग्रुप (Hinduja Group) कई सालों से भारत समेत कई देशों में कारोबार कर रहा है। 4 नवंबर का दिन हिंदुजा ग्रुप के लिए बुरी खबर लेकर आया, क्योंकि इस समूह के चेयरमैन गोपीचंद हिंदुजा (Gopichand Hinduja) का लंदन में निधन हो गया। इससे पहले साल 2023 में गोपीचंद हिंदुजा के बड़े भाई श्रीचंद हिंदुजा का निधन हुआ था। हिंदुजा फैमिली का इतिहास 100 साल से ज्यादा पुराना है।
इस औद्योगिक समूह की स्थापना परमानंद दीपचंद हिंदुजा ने की थी, जिन्होंने 1914 में मुंबई में अपने बिजनेस की शुरुआत की। 1971 में उनकी मृत्यु के बाद उनके चार बेटों—श्रीचंद, गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हिंदुजा ने बिजनेस संभाला। आज की तारीख में हिंदुजा समूह ऑटोमोटिव समेत कई अन्य वेंचर्स के साथ एक डाइवर्सिफाई बिजनेस ग्रुप बन गया है। आइये आपको बताते हैं हिंदुजा फैमिली का कारोबारी इतिहास..
1914 में छोटी-सी शुरुआत
हिंदुजा समूह के संस्थापक परमानंद हिंदुजा थे, जिन्होंने 1914 में बंबई से अपने बिजनेस की शुरुआत की। ब्रिटिश भारत के उस दौर में परमानंद हिंदुजा, बंबई में रहकर ईरान के साथ कपड़ा, मेवे और चाय का व्यापार करते थे।
खास बात है उस जमाने में परमानंद हिंदुजा ने महज 5 साल के अंदर 1919 में ईरान में अपना ऑफिस खोल लिया। मुंबई के साथ-साथ वे ईरान में भी ऑफिस का संचालन करने लगे। साल 1971 में परमानंद हिंदुजा के निधन के बाद इस पारिवारिक बिजनेस की जिम्मेदारी चार भाइयों पर आ गई।
1979 तक हिंदुजा समूह, ईरान से कारोबार करता रहा और इसके बाद कंपनी का हेडक्वार्टर लंदन में शिफ्ट हो गया। हालांकि, कंपनी के ऑपरेशन वैश्विक स्तर पर जारी रहे। हिंदुजा ब्रदर्स, लंदन, जिनेवा और मुंबई में रहकर अपने व्यापार को बढ़ाते रहे।
हिंदुजा ब्रदर्स ने बुलंदियों पर पहुंचाया फैमिली बिजनेस
पिता परमानंद हिंदुजा के निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे श्रीचंद हिंदुजा ने अपने तीनों भाइयों के साथ मिलकर विरासत में मिले बिजनेस को तेजी से आगे बढ़ाया। इसकी का नतीजा है कि आज हिंदुजा ग्रुप 38 देशों में कारोबार कर रहा है और इसके लिए उसके पास 2 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की टीम है। 38 देशों में उपस्थिति और 200,000 से अधिक मजबूत टीम के साथ एक अंतरराष्ट्रीय समूह में परिवर्तित किया।
हिंदुजा ग्रुप की कंपनीज
कपड़े के बिजनेस से शुरू हुआ हिंदुजा समूह के पास आज कई तरह के बिजनेस हैं। इनमें ऑटोमोटिव, बैंकिंग, एनर्जी और मीडिया समेत अन्य बिजनेस शामिल हैं।
- अशोक लीलैंड, स्विच मोबिलिटी
- इंडसइंड बैंक, हिंदुजा लीलैंड फाइनेंस, हिंदुजा बैंक स्विट्जरलैंड
- हिंदुजा ग्लोबल सॉल्युशन, हिंदुजा टेक
- हिंदुजा रिन्यूबल्स
- इंडसइंड मीडिया एंड कम्युनिकेशन लिमिटेड
- गल्फ ऑयल ल्युब्रिकेंट्स, गल्फ ऑयल इंटरनेशनल
- हिंदुजा रियल्टी वेंचर्स
बता दें कि भारत में लिस्टेड हिंदुजा ग्रुप की कंपनीज का कुल मार्केट कैप 1 लाख 56 करोड़ रुपये से ज्यादा है। इसके अलावा, कंपनी के लंदन समेत अन्य देशों में कारोबार का बाजार पूंजीकरण अलग है।

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