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    HCL Tech: आईटी कंपनी के शेयर धड़ाम, 46987 करोड़ रुपये घटा मार्केट कैप; किस वजह से आई गिरावट

    Updated: Tue, 14 Jan 2025 11:59 AM (IST)

    एचसीएल टेक ने सोमवार को दिसंबर तिमाही के लिए वित्तीय नतीजे पेश किए थे। इसका कंसॉलिटेड नेट प्रॉफिट 5.54 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 4591 करोड़ रुपये रहा। हालांकि इसके नतीजे बाजार को पसंद नहीं आए। HCL टेक के शेयर करीब 10 फीसदी तक गिर गए। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का कहना है कि HCL टेक के तीसरी तिमाही के आंकड़े और चौथी तिमाही के लिए गाइडेंस निराशाजनक रहे।

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    HCL टेक के शेयरों में बाद में हल्की रिकवरी दिखी।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी HCL टेक के शेयरों में मंगलवार को करीब 10 फीसदी की गिरावट आई। कंपनी के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे, जिसके चलते निवेशकों में स्टॉक बेचने की होड़ लग गई। HCL टेक का शेयर बीएसई पर 9.41 फीसदी गिरकर 1,798.40 रुपये पर आ गया।

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    वहीं, एनएसई पर यह 9.63 फीसदी गिरकर 1,797.75 रुपये पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी की सभी कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरावट HCL टेक में ही आई। इसकी बाजार हैसियत भी 46,987.11 करोड़ रुपये घटकर 4,91,743.25 करोड़ रुपये रह गई। HCL टेक के शेयरों में बाद में हल्की रिकवरी दिखी। यह दोपहर 12 बजे के करीब एनएसई पर 8.09 फीसदी गिरावट के साथ 1,828.45 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

    HCL टेक पर ब्रोकरेज फर्मों की राय

    घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के अनुसार, "HCL टेक के तीसरी तिमाही के आंकड़े और चौथी तिमाही के लिए गाइडेंस निराशाजनक रहे।" HCL टेक के कमजोर प्रदर्शन का असर दूसरी आईटी कंपनियों पर दिखा। टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसे अन्य आईटी स्टॉक भी गिरावट पर कारोबार कर रहे थे।

    मिराए एसेट शेयरखान के कैपिटल मार्केट स्ट्रैटेजी के रिसर्च एनालिस्ट शाजी नायर ने कहा, "HCL टेक ने तिमाही आधार पर 3.8 फीसदी की अच्छी रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज की। हालांकि, हमारा अनुमान था कि यह 4.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज करेगी, जहां तक पहुंचने में यह चूक गई।'

    HCL टेक के नतीजे कैसे रहे

    आईटी कंपनी एचसीएल टेक ने सोमवार को दिसंबर तिमाही के लिए वित्तीय नतीजे पेश किए। इसका कंसॉलिटेड नेट प्रॉफिट 5.54 प्रतिशत की ग्रोथ के साथ 4,591 करोड़ रुपये रहा। सीईओ ने मांग के माहौल और विवेकाधीन खर्च में सुधार की उम्मीद जताई और आने वाली तिमाहियों के ग्रोथ गाइडेंस को बढ़ाया। हालांकि, इससे निवेशकों का मनोबल नहीं बढ़ा और उन्होंने बिकवाली जारी रखी।

    नोएडा मुख्यालय वाली आईटी फर्म ने एक साल पहले की अवधि में 4,350 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था। कंपनी ने अपने ग्रोथ गाइडेंस के निचले सिरे को पहले के 3.5-5 फीसदी से बढ़ाकर 4.5-5 प्रतिशत कर दिया। समीक्षाधीन तिमाही में ऑपरेशन से रेवेन्यू 29,890 करोड़ रुपये रहा। इसकी तरह प्रॉफिट और रेवेन्यू में क्रमशः 8.4 प्रतिशत और 3.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

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