SJVN में OFS के जरिए सरकार बेच रही है 4.92 प्रतिशत हिस्सेदार, करीब 12 फीसदी टूटा शेयर
सरकार बिजली उत्पादक कंपनी एसजेवीएन में अपनी 4.92 फीसदी हिस्सेदारी OFS के जरिए बेच रही है। संस्थागत निवेशकों के प्रस्तावों के साथ शेयरों की बिक्री आज से शुरू हो गई। जानिए कितने शेयरों की होगी बिक्री कितने करोड़ का होगा ओएफएस रिटेल निवेशक कब से कर सकेंगे निवेश ओएफएस के जरिए कितने करोड़ रुपये जुटाएगी सरकार। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: बिजली उत्पादक एसजेवीएन (SJVN) में सरकार अपनी 4.92 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। ये हिस्सेदारी सरकारी ओएफएस के जरिए बेच रही है। शेयर-बिक्री की पेशकश आज से संस्थागत निवेशकों द्वारा बोली लगाने के साथ शुरू हुई है।
कितने शेयरों की होगी बिक्री?
2-दिवसीय बिक्री पेशकश (ओएफएस) में, सरकार 69 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर 19.33 करोड़ शेयर या 4.92 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है।
कल यानी बुधवार को एसजेवीएन का शेयर 81.75 रुपये पर बंद हुआ था। इस हिसाब से कंपनी का ओएफएस 15.6 प्रतिशत की छूट पर तय किया गया है।
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कितने करोड़ का होगा ओएफएस?
इस न्यूनतम मूल्य पर, 4.92 प्रतिशत हिस्सेदारी की ओएफएस से सरकारी खजाने को 1,300 करोड़ रुपये से अधिक आएंगे।
करीब 12 प्रतिशत टूटा शेयर
आज गुरुवार 21 सितंबर को खबर लिखे जाने तक कंपनी का शेयर एनएसई पर करीब 12 प्रतिशत, 11.93 प्रतिशत टूटकर 72 पर ट्रेड कर रहा है। इस इश्यू में 9.66 करोड़ से अधिक शेयर या 2.46 प्रतिशत हिस्सेदारी का ग्रीन-शू विकल्प शामिल है।
रिटेल निवेशक कल से कर सकेंगे निवेश
खुदरा निवेशकों के लिए शेयर बिक्री कल यानी शुक्रवार को खुलेगी, जिन्हें न्यूनतम मूल्य पर अतिरिक्त छूट मिलेगी। वर्तमान में एसजेवीएन में सरकार की 86.77 प्रतिशथ हिस्सेदारी है।
एसजेवीएन को जानिए
एसजेवीएन लिमिटेड एक जलविद्युत (hydroelectric) ऊर्जा उत्पादन कंपनी है। कंपनी स्थापित क्षमता के आधार पर भारत में सबसे बड़ी परिचालन जलविद्युत उत्पादन सुविधा है, जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 1912 मेगावाट है।
31 मार्च, 2023 तक कंपनी की बिजली उत्पादन क्षमता 4,16,058.89 मेगावाट थी। एसजेवीएन लिमिटेड को 24 मई, 1988 को नाथपा झाकरी पावर कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के रूप में स्थापित किया गया था।
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कंपनी की स्थापना भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार के बीच जलविद्युत की योजना, जांच, आयोजन, निष्पादन, संचालन और रखरखाव के लिए एक संयुक्त उद्यम के रूप में की गई थी।
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क्या होता है ओएफएस
ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) सूचीबद्ध कंपनियों के लिए एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर बिक्री का एक सरल तरीका है। ओएफएस को पहली बार सेबी ने 2012 में पेश किया था ताकी कंपनी के प्रमोटर्स अपने शेयरहोल्डिंग को कम कर सके।


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