इस साल ई-कॉमर्स कंपनियों में होगी नौकरियों की बहार, देगी करोड़ों की सैलरी
विभिन्न सर्च कंपनियों के द्वारा लगाए गए अनुमान के मुताबिक इस साल ई-कॉमर्स कंपनियों करोड़ों की सैलरी वाली नौकरियों की बहार आने वाली है। आरजीएफ ऐग्जिक्युटिव सर्च, लॉन्गहाउस कंसल्टिंग और एबीसी कंसल्टेंट्स सहित पांच सर्च कंपनियों का यह आकलन है। अनुमान के मुताबिक जिन कंपनियों में करोड़ों की सैलरी वाली
नई दिल्ली। विभिन्न सर्च कंपनियों के द्वारा लगाए गए अनुमान के मुताबिक इस साल ई-कॉमर्स कंपनियों करोड़ों की सैलरी वाली नौकरियों की बहार आने वाली है। आरजीएफ ऐग्जिक्युटिव सर्च, लॉन्गहाउस कंसल्टिंग और एबीसी कंसल्टेंट्स सहित पांच सर्च कंपनियों का यह आकलन है।
अनुमान के मुताबिक जिन कंपनियों में करोड़ों की सैलरी वाली नौकरियां मिलेंगी उनमें फ्लिपकार्ट, ऐमजॉन, स्नैपडील, ओला, उबर, क्विकर, कॉमनफ्लोर, येपमी, ओएलएक्स, जंगली, फैशनऐंडयू, हंगामा, बुकमायशो, जबॉन्ग, क्लियरट्रिप, लेंसकार्ट इत्यादि प्रमुख हैं। इनमें भी फ्लिपकार्ट और ऐमजॉन में सबसे ज्यादा नौकरियां मिलेंगी।
एबीसी कंसल्टेंट्स के डायरेक्टर सिद्धार्थ रायसुराना के मुताबिक पिछले छह महीनों में एबीसी ने ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए 100 से भी ज्यादा उच्चस्तरीय पदों की भर्ती के लिए सर्च किए हैं। वहीं, कंसल्टिंग कंपनी लॉन्गहाउस कंसल्टिंग को एक महीने में एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों की खोज करने की जिम्मेदारी मिली है। लॉन्गहाउस कंसल्टिंग के मैनेजिंग पार्टनर अंशुमान दास के मुताबिक उनकी कंपनी की 70 से 80 फीसदी कमाई ई-कॉमर्स कंपनियों से ही होती है। उम्मीद है कि इस साल 180 से 200 अधिकारियों की नियुक्ति का जिम्मा उनकी कंपनी को मिलेगा जोकि पिछले साल 75-85 था।
आरजीएफ ऐग्जिक्युटिव सर्च के ऐग्जिक्युटिव डायरेक्टर जी सी जयप्रकाश के मुताबिक ई-कॉमर्स कंपनियों में उच्च पदों पर रोजाना कम से कम एक नियुक्ति उनकी कंपनी के माध्यम से हो रही है। उनका कहना है कि कंपनियां काबिल अधिकारियों को मोटी सैलरी देने से नहीं हिचक रही हैं।
ऑनलाइन रिटेलर से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक, 'इन्वेस्टर्स करोड़ों डॉलर लगा रहे हैं और ये कंपनियां अपने इंफ्रास्ट्रकचर और कर्मचारियों पर यह पैसा लगा रहे हैं।'
स्नैपडील के एचआर वाइस प्रेजिडेंट सौरभ निगम के मुताबिक लीडरशिप पोजिशन पर हायरिंग बढ़ी है, क्योंकि कंपनी का बिजनस भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, 'हमारी टीम में फिलहाल 5000 लोग हैं और हमें लीडरशिप हायरिंग बढ़ाने की जरूरत है।'