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    Fixed Vs Floating: फटाफाट खत्म हो जाए Loan, स्विच का ऑप्शन अपनाएं और कम ब्याज में खत्म करें लोन

    Updated: Sun, 08 Dec 2024 11:00 AM (IST)

    Fixed Vs Floating लोन (Loan) भले ही हमारे सपनो को साकार करना में पूरी मदद करता है लेकिन कई बार यह हमारे लिए परेशानी भी खड़ी कर देता है। भारी-भरकम ईएमआई और लंबी लोन अवधि से छुटकारा पाने के लिए हम पूरी कोशिश करते हैं। हम आपको इस आर्टिकल में एक तरीका बताएंगे जिसके जरिये आपके लोन की ईएमआई कम और लोन अवधि भी घट सकती है।

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    Fixed Vs Floating: ईएमआई और टेन्योर कम करने के लिए स्विच करें लोन

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। लोन (Loan) वित्तीय तौर पर हमारी काफी मदद करता है। यह जरूरत के समय हमें मदद करता है। इसके अलावा कई सपनों को साकार करने में भी मदद करता है। हालांकि, कभी भी यह झंझट भरा काम भी लगता है, क्योंकि हम पूरी कोशिश करते हैं कि जल्द से जल्द लोन खत्म हो। टाइम से ईएमआई का भुगतान करना और अगर लोन चुकाने का टेन्योर लंबा हो तो हम कोशिश करते हैं कि ज्यादा राशि का भुगतान पहले कर दें।

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    आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे जिसके जरिये आपके लोन की ईएमआई भी कम होगी। इसके अलावा लोन अवधि भी कम हो जाएगी। ऐसे में आप जल्द ही लोन के जंजाल से फ्री हो जाएंगे।

    लोन करें स्विच

    आप लोन को एक बैंक से दूसरे बैंक में स्विच कर सकते हैं। यह लोन की ईएमआई और टेन्योर को कम करने में मदद करता है। हालांकि, इसके लिए आपको लोन लेते समय फ्लोटिंग रेट के ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा। आप जब लोन लेने जाते हैं तो आपको फिक्सड इन्टरेस्ट और फ्लोटिंग इन्टरेस्ट के बीच में से कोई एक ऑप्शन को सेलेक्ट करना होता है।

    फिक्सड इंटरेस्ट रेट होता है कि आपके लोन का ब्याज दर फिक्सड हो जाएगा। जब तक आप ईएमआई का भुगतान करेंगे आप उसी ब्याज दर के हिसाब से ईएमआई का भुगतान करेंगे। वहीं फ्लोटिंग इन्टरेस्ट रेट में लोन की ब्याज दर में बदलाव होता रहता है। हालांकि, यह थोड़ा रिस्क भरा होता है क्योंकि अगर बैंक ब्याज दर को बढ़ाता है तो फिर ईएमआई भी बढ़ जाएगी।

    अगर आपने फिक्सड इंटरेस्ट ऑप्शन के आधार पर लोन लिया है तो आप इसे फ्लोटिंग में स्विच करवा सकते हैं। आप इसके लिए बैंक से बात कर सकते हैं। अगर आप समय पर ईएमआई भर रहे हैं तब उम्मीद है कि बैंक फिक्सड को फ्लोटिंग में स्विच कर दें।

    दूसरे बैंक में करें लोन ट्रांसफर

    आप चाहें तो दूसरे बैंक में भी लोन ट्रांसफर करवा सकते हैं। आपको उस बैंक में लोन ट्रांसफर करवाना चाहिए जो आपको कम ब्याज ऑफर कर रहा है। ऐसा करने से आपके लोन की ईएमआई कम हो जाएगी।

    उदाहरण के तौर पर अगर आपने 20 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन (Home Loan) 8.5 फीसदी के ब्याज दर पर लिया है तो आपकी ईएमआई करीब 43,391 रुपये होगी। अगर आप दूसरे बैंक में यह लोन ट्रांसफर करवाते हैं जो 8 फीसदी का ब्याज ऑफर कर रहा है तो आपकी ईएमआई लगभग 41,822 रुपये हो जाएगी। ऐसे में आप हर महीने 1,569 रुपये और साल में करीब 18,828 रुपये सेविंग कर पाएंगे।

    इसके अलावा अगर आप लोन की मूल धन का कुछ हिस्सा चुकाते हैं तब आपकी लोन के साथ लोन अवधि भी घट सकती है। अगर बैंक ब्याज दर में कटौती करता है तब भी आपकी ईएमआई कम हो जाएगी और आप सेविंग कर पाएंगे।

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    ध्यान रखें ये बातें

    कई बैंक लोन स्विच करने पर फीस भी लेते हैं। इसके अलवा लोन ट्रांसफर करने पर प्रोसेसिंग फीस भी बदल जाती है। ऐसे में आपको लोन स्विच पर कोई फैसला लेने से पहले सभी बैंकों के ब्याज दर और नियमों के बारे में अच्छे से जान लें। अगर आपको लगता है कि लोन स्विच करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा तभी स्विच करें।

    नियमों के अनुसार 2 साल से पुराना लोन ही स्विच किया जा सकता है। इसके अलावा लोन स्विच करने से पहले आपको एग्रीमेंट के फोरक्लोजर को ध्यान से चेक करना चाहिए। कई बार बैंक फिक्सड लोन को समय से पहले बंद करने पर फीस लेते हैं।

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