जीएसटी के फेसलेस आकलन में लग सकता है समय, नीतिगत स्तर पर करने होंगे कुछ बदलाव
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) प्राधिकरण को दाखिल किए गए रिटर्न का फेसलेस ऑडिट शुरू करने में कुछ समय लग सकता है। जीएसटी नेटवर्क के वाइस प्रेसिडेंट जगमाल सिंह ने बुधवार को फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा कि जीएसटी आकलन एक विशेष क्षेत्राधिकारी या इकाई से जुड़े होते हैं जिसे बदलने में टाइम लगेगा। जानिए क्या है पूरी खबर।
पीटीआई, नई दिल्ली। जीएसटी प्राधिकरण को दाखिल किए गए रिटर्न का फेसलेस जांच आकलन शुरू करने में कुछ समय लग सकता है।
जीएसटी नेटवर्क के वाइस प्रेसिडेंट जगमाल सिंह ने फिक्की के एक कार्यक्रम में बुधवार को कहा कि जीएसटी आकलन एक विशेष क्षेत्राधिकारी या इकाई से जुड़े होते हैं। इसे बदलने में कुछ समय लग सकता है।
इसे प्रभावी बनाने के लिए नीतिगत स्तर पर भी कुछ बदलाव करने होंगे। आयकर विभाग ने सबसे पहले फेसलेस आकलन प्रणाली शुरू की थी। बाद में इसे सीमा शुल्क विभाग में भी लागू किया गया। इसके तहत कर अधिकारी और करदाता के बीच आमने-सामने कोई बातचीत नहीं होती है और न ही भौतिक तौर पर कोई दस्तावेज जमा करना होता है।
देश में एक जुलाई 2017 को जीएसटी प्रणाली लागू की गई थी। इसमें विभिन्न प्रकार के 17 करों को समाहित किया गया था, जिसमें एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स, वैट और सेस प्रमुख हैं।