नारायण मूर्ति से भी आगे निकले मस्क, कर दी 120 घंटे काम करने की वकालत; सोशल मीडिया यूजर्स भड़के
Elon Musk work ethic मस्क ने लंबे काम के घंटों की तारीफ की। उन्होंने दावा किया कि DOGE के कर्मचारी हफ्ते में 120 घंटे तक काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने विरोधियों पर निशाना भी साधा जो हफ्ते में 40 घंटे काम करने का दावा करते हैं। मस्क का कहना है कि विरोधी शायद इसी वजह से पीछे छूट रहे हैं।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी अरबपति और टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने वर्क लाइफ बैलेंस पर नई बहस छेड़ दी है। उनका कहना है कि एक हफ्ते में 120 घंटे काम करना चाहिए। वह इतना काम करने वालों की तारीफ कर रहे हैं और इसे 'सुपरपावर' जैसा बता रहे हैं। अभी भारत में 70 से 90 घंटे के वर्किंग आवर्स पर बहस हो रही थी। लेकिन, मस्क इससे भी दो कदम आगे निकल गए।
अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत में मस्क का काफी अहम योगदान रहा है। ट्रंप सरकार ने मस्क को बड़ी जिम्मेदारी भी दी है। वह ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) के प्रमुख है, जिसका काम सरकार को खर्च का बोझ कम करने के रास्ते सुझाना है। साथ ही, भ्रष्टाचार और प्रशासन से जुड़ी अन्य समस्याओं को जड़ से खत्म करना है।
वीकेंड पर काम करने को बताया सुपरपावर
मस्क ने लंबे काम के घंटों की तारीफ की। उन्होंने दावा किया कि DOGE के कर्मचारी हफ्ते में 120 घंटे तक काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने विरोधियों पर निशाना भी साधा, जो हफ्ते में 40 घंटे काम करने का दावा करते हैं। मस्क का कहना है कि विरोधी शायद इसी वजह से पीछे छूट रहे हैं।
टेक अरबपति ने वीकेंड में काम करने को 'सुपरपावर' बताया। साथ ही कहा कि नौकरशाही के विरोधी "बहुत मोटा हो रहे हैं" क्योंकि वे हफ्ते में सिर्फ 40 घंटे काम करते हैं। मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "नौकरशाही में बहुत कम लोग असल में वीकेंड पर काम करते हैं। इसलिए ऐसा लगता है कि विरोधी टीम 2 दिनों के लिए पूरी तरह से मैदान छोड़ देती है!"
मस्क पर भड़के इंटरनेट यूजर्स
एलन मस्क के 120 घंटे काम करने के बयान के बाद सोशल मीडिया यूजर्स उनकी कड़ी आलोचना करने लगे। कुछ तो उन्हें 'टेरिबल बॉस' तक बता दिया। एक यूजर कुछ आंकड़े दिए, जिनसे पता चलता है कि Doge कर्मचारी हफ्ते में दो दिन छुट्टी लेते हैं, बाकी सभी दिन वे 24 घंटे काम करते हैं। उसने लिखा, "तो... Doge एलियंस और रोबोट से बना है! या फिर मस्क खुद को बेहतर दिखाने के लिए कुछ भी बोल रहे हैं।"
हालांकि, कुछ यूजर ने मस्क और DOGE के वर्क कल्चर की तारीफ भी की। एक ने लिखा, ''यह डिपार्टमेंट और मस्क "दलदल के खिलाफ जंग में नायक हैं"। यूजर ने मस्क की तुलना नेपोलियन से की और कहा कि उनके पास बुद्धि, ऊर्जा और नैतिकता का अथाह भंडार है।
भारत में भी 70-90 घंटे की बहस
भारत में वर्क लाइफ बैलेंस काफी समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा था कि नौजवानों को हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए, तभी देश तरक्की करेगा। एलएंडटी के सीईओ एसएन सुब्रहमण्यम ने भी हफ्ते में 90 घंटे काम की बात कही।
वहीं, आम बजट से एक दिन पहले पेश हुए आर्थिक सर्वेक्षण में साफ कहा गया है कि हफ्ते में 60 घंटे से अधिक काम करने का सेहत पर हानिकारक असर होता है। खासकर, यह इंसान के मानसिक सेहत पर काफी बुरा प्रभाव डालती है।
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