क्या आपने भी खरीदा है इस तरीके से सोना, SEBI की चेतावनी से घबराए निवेशक, पैसे डूबने के डर से बिक्री 60% घटी
SEBI की चेतावनी के बाद डिजिटल गोल्ड की खरीद में अक्टूबर में 61 प्रतिशत की गिरावट आई है। दरअसल, सेबी ने निवेशकों को चेतावनी दी थी कि डिजिटल गोल्ड देश में किसी भी संगठन द्वारा विनियमित नहीं है। ऐसे में अगर कोई प्लेटफॉर्म बंद हो जाता है तो निवेशक के पैसे डूब सकते हैं।
-1763362605647.webp)
डिजिटल गोल्ड की खरीदी पर सेबी दे चुका है वॉर्निंग
नई दिल्ली। देश में यूपीआई का संचालन करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन के आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई का उपयोग करके डिजिटल सोने (Digital Gold Buying) की खरीद में अक्टूबर में 61 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो इस साल का सबसे निचला स्तर है। दरअसल, ऐसा निवेश माध्यम के अनियमित होने की कई चेतावनियों के बाद हुआ है।
अक्टूबर में खरीदे गए डिजिटल सोने का मूल्य घटकर 550 करोड़ रुपये रह गया, जबकि सितंबर में 1,410 करोड़ रुपये का डिजिटल सोना बिका था। 2025 के लिए औसत संख्या भी लगभग 951 करोड़ रुपये है।
देश में डिजिटल सोना खरीदने के लिए यूपीआई सबसे लोकप्रिय तरीका है।
SEBI की चेतावनी से डरे निवेशक
हाल ही में शेयर बाजार नियामक, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने निवेशकों को चेतावनी दी थी कि डिजिटल गोल्ड देश में किसी भी संगठन द्वारा विनियमित नहीं है। अक्टूबर में, कई डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ग्राहकों को सोना खरीदने से मना किया था।
इन इन्फ्लुएंसर्स का कहना है कि अगर डिजिटल सोना बेचने वाले प्लेटफॉर्म अपना काम बंद कर देते हैं, तो ग्राहकों को अपना पैसा/सोना निकालने में मुश्किल होगी। सोने की खरीद के लेन-देन की संख्या भी अगस्त और सितम्बर में 100 मिलियन से घटकर अक्टूबर में मात्र 21 मिलियन रह गई, जो लगभग 80 प्रतिशत की गिरावट है।
क्या है डिजिटल गोल्ड
सोने में निवेश के कई माध्यम हैं इनमें से एक है डिजिटल गोल्ड, इसके तहत आप पैसे देकर वर्चुअली सोना खरीदते हैं और बेचने वाले प्लेटफॉर्म दावा करते हैं कि वे उतनी ही मात्रा में फिजिकल गोल्ड आपके वॉल्ट में स्टोर करते हैं। निवेशक जब चाहे पैसे निकालने की जगह फिजिकल गोल्ड डिलीवरी भी ले सकते हैं।
ये भी पढ़ें- Yes Bank के करोड़ों शेयरधारकों के लिए अच्छी खबर, जापानी ग्रुप SMBC ने बताया फ्यूचर प्लान, शेयरों में आई तेजी
लेकिन, हकीकत यह है कि डिजिटल गोल्ड किसी सरकारी नियामक संस्था की निगरानी के तहत नहीं आता और न इसे आरबीआई ना SEBI नियंत्रण करती है। ऐसे में अगर कोई प्लेटफॉर्म बंद हो जाता है तो निवेशक के पैसे डूब सकते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।