दिल्लीवालों को साइबर ठगों ने खूब ठगा, 11 साल में लगाई 1,450 करोड़ की चपत; लोकसभा में सरकार ने खुद बताया
दिल्ली में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि इस साल साइबर ठगों ने दिल्लीवासियों को 70.64 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। पिछले 11 सालों में साइबर ठगी से दिल्ली के लोगों को 1450 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। साइबर अपराधों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस कई कदम उठा रही है।

नई दिल्ली। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में बताया कि साइबर ठगों ने इस साल 30 जून तक दिल्लीवासियों को 184 वारदातों में 70.64 करोड़ रुपये की चपत लगाई।
प्रश्न के उत्तर में मंत्री द्वारा लिखित उपलब्ध कराए गए डाटा के मुताबिक 2024 में दिल्लीवासियों से 1,591 साइबर अपराधों में 817 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी। पिछले एक दशक में राष्ट्रीय राजधानी में साइबर अपराध की घटनाओं में तेजी से वृद्धि देखी गई है।
11 साल में दिल्लीवालों को लगी 1,450 करोड़ की चपत
2014 से 2025 जून तक 11 साल में दिल्ली के लोगों को साइबर ठगी में 1,450 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। गृह राज्य मंत्री ने दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि इस अवधि में शहर में साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों की संख्या लगभग आठ गुना बढ़ गई है।
2014 में 226 मामले हुए थे दर्ज
2014 में ऐसे 226 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें 2.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। नित्यानंद राय ने कहा कि साइबर अपराध रोधी उपायों के तहत, दिल्ली पुलिस ने आइएफएसओ (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आपरेशंस) की स्थापना की है, जो साइबर अपराधों के जटिल और संवेदनशील मामलों की जांच के लिए नवीनतम उपकरणों और साफ्टवेयर से लैस है।
साइबर पुलिस स्टेशन के जरिए साइबर ठगी रोकने की कोशिश
दिल्ली में साइबर अपराध से संबंधित मामलों से निपटने के लिए 2022 से दिल्ली पुलिस के 15 जिलों में से प्रत्येक में एक साइबर पुलिस स्टेशन है। साइबर अपराध से प्रभावित महिलाओं की सहायता के लिए सभी पुलिस स्टेशनों पर सहायता डेस्क हैं।
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