भारत व मलेशिया में होगा रुपये में कारोबार, बैंकों को संबंधित वोस्ट्रो खाता खोलने की मिली इजाजत
आरबीआइ ने रुपये में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए और दुनिया भर में बसे भारतीय कारोबारियों की सहूलियत बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है। RBI की तरफ से 18 देशों के 60 बैंकों को रुपये में कारोबार करने के लिए वोस्ट्रो खाता खोलने की इजाजत दी गई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मलेशिया आसियान क्षेत्र का पहला ऐसा देश हो गया है जो भारत के साथ अपने द्विपक्षीय कारोबार का निपटारा भारतीय रुपये में कर सकेगा। दोनो देशों के बीच इस बारे में समझौता भी हो गया है। इस संदर्भ में क्वालांमपुर स्थित इंडिया इंटरनेशनल बैंक ऑफ मलेशिया को भारत के सरकारी बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ वोस्ट्रो खाता खोलने की अनुमति आरबीआइ की तरफ से दे दी गई है।
यह फैसला भारत की तरफ से एक दिन पहले घोषित विदेश व्यापार नीति के बाद किया गया है जिसमें रूपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार को खास प्रोत्साहन करने की बात कही गई है।
RBI ने रुपये में सेटलमेंट करने की भी दी इजाजत
विदेश मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक भारत और मलेशिया अपने अंतरराष्ट्रीय कारोबार में दूसरी अन्य मुद्राओं के अलावा अब भारतीय रुपये का भी इस्तेमाल करेंगे। यह फसैला आरबीआइ की तरफ से जुलाई, 2022 घोषित नीति के बाद किया गया है जिसमें अंतरराष्ट्रीय कारोबारों को रुपये में सेटलमेंट की इजाजत दी गई है।
18 देशों के बैंकों को रुपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार करने की इजाजत
आरबीआइ ने यह कदम रुपये में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए और दुनिया भर में बसे भारतीय कारोबारियों की सहूलियत बढ़ाने के लिए उठाया है। अभी कुछ दिन पहले ही संसद में वित्त मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई थी कि आरबीआइ की तरफ से 18 देशों के 60 बैंकों को रुपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार करने के लिए भारत में विशेष वोस्ट्रो बैंक खाता खोलने की इजाजत दी गई है।
जिन देशों के बैंकों को इसकी इजाजत दी गई है उनमें बोत्सवाना, फिजी, गुयाना, जर्मनी, इजरायल, केन्या, मलेशिया, मारीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, रूस, सेशल्स, सिंगापुर, श्रीलंका, तंजानिया, यूगाांडा व ब्रिटेन शामिल है। ॉ
मलेशिया संभवत: पहला देश है जिसके बैंक ने आरबीआइ से इजातत मिलने के उस भारतीय बैंक का भी चयन कर लिया है जिसके यहां उसे वोस्ट्रो खाता खोलना है।
बाकी देशों की तरफ से भी धीरे धीरे इस बारे में आगे बढ़ने की संभावना है। इन देशों की सूची में अभी तक सिर्फ रूस ही एकमात्र ऐसा देश है जो खुलेआम भारत के साथ रूपये में कारोबार करने पर जोर देता रहा है।