Auto Debit की सुविधा लेने से पहले ध्यान रखें ये बातें, जरा भी चूके तो लग सकती है चपत
Auto Debit Facility बैंकों की ओर से दी जाने वाली ऑटो डेबिट सुविधा के काफी सारे फायदे हैं। इससे आपके बिल का भुगतान समय से बैंक द्वारा देय तारीख पर कर दिया जाता है। इस सुविधा को आप ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम दोनों से शुरू कर सकते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में पिछले कुछ समय में ऑनलाइन लेनदेन का चलन काफी बढ़ा है। बिजली से लेकर पानी का बिल, ऐप के सब्सक्रिप्शन और बच्चों की स्कूल की फीस आदि सभी ऑनलाइन ही भरी जाती है। ऐसे में पहले से ही शेड्यूल पेमेंट के भुगतान के लिए सबसे अच्छा तरीका ऑटो डेबिट ही माना जाता है। आइए जानते हैं कि ऑटो डेबिट सुविधा के बारे में...
ऑटो डेबिट एक सुविधा है, जिसे बैंकों की ओर से मुहैया कराया जाता है। इसमें बैंक खाताधारक द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार, पहले से ही निश्चित किए गए भुगतान को तय तारीख पर कर देता है। मौजूदा समय में ऑटो डेबिट की सुविधा लगभग हर बैंक की ओर से दी जाती है।
कैसे शुरू कर सकते हैं ऑटो डेबिट सर्विस?
ऑटो डेबिट सर्विस को आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन शुरू कर सकते हैं। इसके साथ ही आप बैंक की ब्रांच में जाकर फॉर्म भरकर इस सर्विस को शुरू कर सकते हैं। इस सुविधा के लिए बैंक की ओर से एक वार्षिक शुल्क भी लिया जाता है, जो कि हर बैंक में अलग- अलग होता है। वहीं, कुछ बैंक ये सुविधा निशुल्क भी मुहैया कराते हैं।
ऑटो डेबिट सर्विस के फायदे
ऑटो डेबिट की सुविधा शुरू करने के काफी सारे फायदे हैं। भुगतान की तारीख याद रखने की चिंता करने की जरूरत नहीं होती है,क्योंकि भुगतान समय पर बैंक की ओर से कर दिया जाता है। वहीं, समय से भुगतान करने पर आप पर किसी भी तरह का जुर्माना भी नहीं लगता है। हालांकि, इसमें केवल एक शर्त यह है कि आपको भुगतान की देय तारीख से बैलेंस पूरा रखना पड़ता है, अन्यथा बैंक आप पर कम बैलेंस रखने के लिए जुर्माना लगा सकता है।
ऑटो डेबिट सर्विस के नुकसान
ऑटो डेबिट सर्विस का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें खाताधारक का किसी भुगतान के प्रति लचीलापन खत्म हो जाता है और आपको तय समय पर ही भुगतान करना होता है। इसका दूसरा नुकसान यह है कि आपके बिल में अनावश्यक लगे चार्जेस का भुगतान हो जाता है। कई बार ऐसा देखा गया कि क्रेडिट कार्ड या फिर अन्य किसी बिल का भुगतान बैंकों की ओर से कर दिया जाता है, लेकिन कई ग्राहकों को बिल में अनावश्यक चार्जेस को लेकर आपत्ति होती हैं। बिल भुगतान के बाद खाताधारक के लिए रिफंड पाना भी काफी मुश्किल हो जाता है।
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