बैंक एफडी या गवर्नमेंट बॉन्ड दोनों में क्या अंतर, रिटर्न और रिस्क के लिहाज से कौन ज्यादा बेहतर
Bank FD vs Government Bond रिटर्न और रिस्क प्रोफाइल के लिहाज से बैंक एफडी और सरकारी बॉन्ड में कुछ अंतर हैं। FD आम तौर पर लो यील्ड के साथ गारंटीड व फिक्स्ड रिटर्न देते हैं जबकि गवर्नमेंट बॉन्ड लो रिस्क होने के बावजूद संभावित रूप से एफडी की तुलना में ज़्यादा रिटर्न दे सकते हैं।

नई दिल्ली. देश में बैंक एफडी लोगों के बीच निवेश का सबसे लोकप्रिय विकल्प है। क्योंकि, इसमें तय रिटर्न और पूंजी की सुरक्षा दोनों रहती है। लेकिन, फिक्स्ड डिपॉजिट के अलावा सरकारी बॉन्ड भी निवेश के लिए एक बेहतर ऑप्शन है। बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सरकारी बॉन्ड दोनों ही कम जोखिम वाले निवेश विकल्प हैं, लेकिन रिटर्न, लिक्विडिटी और रिस्क प्रोफाइल के मामले में दोनों में अंतर है।
FD आम तौर पर लो यील्ड के साथ गारंटीड व फिक्स्ड रिटर्न देते हैं। वहीं, गवर्नमेंट बॉन्ड, लो रिस्क होने के बावजूद, संभावित रूप से एफडी की तुलना में ज़्यादा रिटर्न दे सकते हैं। आइये आपको बताते हैं बैंक एफडी और सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के रिटर्न, रिस्क और अन्य फायदों के बारे में...
बैंक एफडी के लाभ
फिक्स्ड डिपॉजिट, बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) द्वारा पेश किए जाते हैं। FD में एक निश्चित अवधि के लिए एक तय ब्याज दर के आधार पर रिटर्न मिलता है, और इसमें कोई बदलाव नहीं होता है।
-FD आपके निवेश पर गारंटीड रिटर्न मिलता है।
-बैंक एफडी 7 दिन से लेकर 10 साल तक की विभिन्न अवधियों के साथ उपलब्ध होती है। ऐसे में आप इच्छानुसार अपने आर्थिक लक्ष्यों को ध्यान में रखकर निवेश कर सकते हैं।
-बैंक एफडी की एक और खास बात यह है कि आप मासिक, त्रैमासिक या वार्षिक ब्याज भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे आपको एक स्थिर आय मिलती रहती है।
सरकारी बॉन्ड के फायदे
सरकारी बॉन्ड, जिन्हें गवर्नमेंट सिक्योरिटीज भी कहा जाता है. ये बॉन्ड केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा डेवलपमेंट से जुड़े प्रोजेक्ट और लक्ष्यों की पूर्ति के लिए धन जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं। सरल शब्दों में कहें तो सरकार विभिन्न प्रोजेक्ट्स के निर्माण के लिए आम लोगों से बॉन्ड के जरिए पैसे उधार लेती है. सरकारी बॉन्ड में निवेश करने का मतलब है कि सरकार को एक निश्चित अवधि के लिए पूर्व निर्धारित ब्याज दर पर पैसा उधार देना। गवर्नमेंट बॉन्ड में निवेश आरबीआई के प्लेटफॉर्म RBI Retail Direct के जरिए किया जा सकता है।
-सरकारी बॉन्ड, सरकार द्वारा समर्थित होते हैं इसलिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प माने जाते हैं।
-गवर्नमेंट बॉन्ड के पेमेंट पर डिफ़ॉल्ट की संभावना बहुत कम होती है।
-सरकारी बॉन्ड भी नियमित ब्याज भुगतान प्रदान करते हैं।
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कहां ज्यादा रिटर्न और रिस्क?
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट गारंटीड रिटर्न देते हैं। वहीं, सरकारी बॉन्ड, बैंक एफडी की तुलना में संभावित रूप से ज़्यादा रिटर्न दे सकते हैं, खासकर लंबी परिपक्वता अवधि वाले बॉन्ड। इसके अलावा, सरकारी बॉन्ड में मिलने वाला रिटर्न इस बात पर भी निर्भर करता है कि बॉन्ड कौन जारी कर रहा है।
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