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    कार बाजार की मंदी को ठेंगा

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    Updated: Wed, 05 Feb 2014 10:31 AM (IST)

    ग्रेटर नोएडा [जयप्रकाश रंजन]। मंदी से जूझ रही देश की दिग्गज कार कंपनियों ने उस बाजार पर ज्यादा ध्यान देना शुरु किया है जो उनकी सबसे कमजोर कड़ी रही है। ऑटो एक्सपो 2014 में भारत में कार बनाने वाली दर्जन भर देसी-विदेशी कंपनियों की पेशकश को देख कर लगता है कि इन्होंने अब उस बाजार पर ज्यादा फोकस करना शुरू किया है, जहां ये अभी तक खास सफल नहीं हो सकी हैं।

    ग्रेटर नोएडा [जयप्रकाश रंजन]। मंदी से जूझ रही देश की दिग्गज कार कंपनियों ने उस बाजार पर ज्यादा ध्यान देना शुरु किया है जो उनकी सबसे कमजोर कड़ी रही है। ऑटो एक्सपो 2014 में भारत में कार बनाने वाली दर्जन भर देसी-विदेशी कंपनियों की पेशकश को देख कर लगता है कि इन्होंने अब उस बाजार पर ज्यादा फोकस करना शुरू किया है, जहां ये अभी तक खास सफल नहीं हो सकी हैं।

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    प्रीमियम बाजार पर दांव

    मारुति सुजुकी देश की सबसे बड़ी कार बनाने वाली कंपनी है। लक्जरी या यूं कहें कि प्रीमियम कार बाजार में कंपनी को अभी तक खास सफलता नहीं मिली है। बहरहाल, मारुति ने एक बार फिर दम भरा है। कंपनी बड़ी कारों के बाजार में नए सिरे से अपनी पहचान बनाने की कोशिश शुरू करने वाली है।

    बुधवार को ऑटो एक्सपो 2014 मे कंपनी ने इस श्रेणी के लिए दो नई कारें सिडान 'सियाज' और क्रासओवर 'एसएक्स4-एसक्रॉस' का कॉन्सेप्ट वर्जन लांच किया है। पिछले एक दशक में शायद कंपनी की तरफ से प्रीमियम वर्ग में उतरने की सबसे मजबूत दावेदारी है। उक्त दोनों कारें अगले दो वषरें के भीतर घरेलू बाजार में उतार दी जाएंगी।

    हाल के दिनों की मंदी को नजरंदाज करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी व सीइओ के आयुकावा ने बताया कि भारतीय बाजार में काफी ज्यादा संभावनाएं हैं। तीस वषरें तक घरेलू बाजार में काम करने के बावजूद मारुति अभी तक महज एक फीसद भारतीयों तक ही पहचान बना सकी है।

    एसयूवी की रेस

    इसी तरह से देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई को एसयूवी वर्ग में खास कामयाबी नहीं मिली है। बहरहाल कंपनी ने बुधवार को ऑटो एक्सपो में अपनी मौजूदा एसयूवी सांता फे को नई साज सच्जा के साथ उतारने का एलान किया है।

    अगले कुछ महीने में कंपनी की एक सस्ती एसयूवी भी आने वाली है। नई सांता फे को कंपनी ने इस वर्ग की अन्य एसयूवी मसलन फोर्ड इंडीवर, सैंगयोंग रेक्सटॉन और टोयोटा फॉ‌र्च्यूनर जैसी मजबूत डिजाइन देने की कोशश की है। इसकी कीमत 26.3 लाख से लेकर 29.25 लाख रुपये तक रखी गई है।

    मध्य वर्ग पर जोर

    इसी तरह से पिछले एक दशक में घरेलू कार बाजार में अपनी अलग पहचान बना चुकी होंडा भारतीय मध्य वर्ग में अपनी पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश में दिखती है। कंपनी की तरफ से मझोले वर्ग में एमपीवी (बहुद्देश्यीय वाहन) होंडा मोबीलिओ उतारा गया है। इसके अलावा दो वर्ष पहले लांच होकर असफल हो चुकी जैज को पूरी तरह से नए रंग रूप में बिक्री के लिए पेश करने का एलान किया गया है। जैज के पीछे कंपनी की मेहनत साफ दिखती है।

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    माना जा रहा है कि यह मारुति की स्विफ्ट और हुंडई की आई-20 के मुकाबले होंडा का नया दांव होगा। टाटा मोटर्स ने भी अपने उत्पादों की रेंज में छोटी एसयूवी व मझोली कार जोड़ने को तैयार है। ऑटो एक्सपो में कंपनी ने कॉन्सेप्ट कार नेक्सॉन समेत 18 नई कारें प्रदर्शित की हैं। इसी तरह से फिएट ने 40 फीसद की रफ्तार से बढ़ते भारतीय एसयूवी बाजार में पहल की है।

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