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    Digital Payment: UPI के नाम एक और रिकॉर्ड, मई में हुआ 14.3 लाख करोड़ का ट्रांजैक्शन

    By Gaurav KumarEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Fri, 02 Jun 2023 07:14 PM (IST)

    एनपीसीआई की यूपीआई ने एक बार फिर से यह साबित किया कि यह डिजिटल लेनदेन का राजा है। पिछले महीने यूपीआई के जरिए 14.3 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है जो एक साल पहले के मुकाबले में 37 प्रतिशत ज्यादा है।

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    Unified Payment Interface (UPI) new record of 14.3 lakh crore transactions in May

    नई दिल्ली,बिजनेस डेस्क: भारत में ऑनलाइन लेनदेने हर दिन एक नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है। इन लेनदेन को आसान और फास्ट बनाने वाली यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने एक बार फिर से अपने नाम एक रिकॉर्ड बनाया है। यूपीआई की पेरेंट कंपनी नेशनल पेमेंट्स कोरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यह डेटा जारी किया है।

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    900 करोड़ के पार पहुंचा आंकड़ा

    एनपीसीआई ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि बिते महीने मई में यूपीआई के माध्यम से कुल 941 करोड़ (9.41 बिलियन) ट्रांजैक्शन हुए हैं। अगर इन ट्रांजैक्शन की वैल्यू की बात करें तो पिछले महीने 14.3 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है जो एक साल पहले के मुकाबले में 37 प्रतिशत ज्यादा है।

    सालाना 58 फीसदी की ग्रोथ

    एनपीसीआई ने बताया कि डिजिटल ट्रांजैक्शंस के टोटल वॉल्यूम में साल-दर-साल के आधार पर 58 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली है। वहीं नए वित्त वर्ष के पहले महीने यानी अप्रैल में यूपीआई से कुल 386 करोड़ पर्सन टू पर्सन पेमेंट किया गया था।

    वहीं अगर पर्सन टू मर्चेंट ट्रांजैक्शन्स की बात करें तो यह संख्या 503 करोड़ रही। आपको बता दें की वित्त वर्ष 23 में कुल 8,300 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए हैं, जिसकी वैल्यू 139 लाख करोड़ रुपये थी।

    यूपीआई फ्रॉड की संख्या भी बढ़ी

    जैसे-जैसे यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या बढ़ रही है वैसे-वैसे इससे जुड़े धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 23 में यूपीआई लेनदेन के 95,000 से अधिक धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं।

    जालसाज आपको अब पेमेंट ऐप पर लिंक भेज कर यूपीआई फ्रॉड करने लगे हैं। जालसाज फिशिंग स्कैम, पेमेंट रिक्वेस्ट लिंक, और फर्जी लिंक के जरिए फ्रॉड कर आपको चूना लगा रहे हैं।

    कब शुरू हुई UPI?

    सरकार के अंतर्गत आने वाली नेशनल पेमेंट्स कोरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई को बनाया है जिसे अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था। UPI का लाभ उठाने के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस बनाना होता है जिसे आपको अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होता है।

    यूपीआई से पेमेंट करने के लिए आपके फोन नंबर को आपके बैंक अकाउंट से लिंक होना जरूरी है।