Q3 Results: Wipro, HDFC life और Aditya Birla ने जारी किये तिमाही नतीजे, जानिए कैसे रही कंपनी की परफॉर्मेंस
Q3 Results जनवरी में कई कंपनी अक्टूबर से दिसंबर तिमाही नतीजों का ऐलान करती है। बीते दिन भी आईटी सेक्टर की कंपनियों ने तिमाही नतीजें जारी किये थे। आज क्वाटर रिजल्ट का सिलसिला जारी है। बाजार बंद होने के बाद एचडीएफसी लाइफ और विप्रो ने दिसंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। आइए जानते हैं कि इस तिमाही कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन कैसा रहा?
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के अंत के बाद जनवरी में कंपनी अपने वित्तीय प्रदर्शन का ब्यौरा देती है। बीते दिन आईटी सेक्टर की कंपनियों ने तिमाही नतीजे जारी किये थे। वहीं,आज विप्रो (Wipro), एचडीएफसी लाइफ (HDFC Life) और अदित्य बिरला (Aditya Birla) ने तिमाही नतीजे जारी किये हैं।
चलिए, जानते हैं कि दिसंबर तिमाही में कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन कैसा रहा?
विप्रो का तिमाही नतीजा
आईटी कंपनी विप्रो ने अपने तिमाही नतीजे के रिपोर्ट में बताया कि उनका नेट प्रॉफिट में गिरावट दर्ज हुई है। इनका नेट प्रॉफिट 11.74 फीसदी की गिरावट के साथ 2,694.2 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी को 3,052.9 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
वहीं इस तिमाही कंपनी का रेवेन्यू 4.4 प्रतिशत गिरकर 22,205.1 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 23,229 करोड़ रुपये था।
विप्रो ने कहा कि उसे उम्मीद है कि मार्च 2024 तिमाही में आईटी सर्विस से राजस्व 2,615 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 21,845 करोड़ रुपये) से 2,669 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 22,296 करोड़ रुपये) के बीच रहेगा।
एचडीएफसी लाइफ
एचडीएफसी लाइफ ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उनका नेट प्रॉफिट 16 फीसदी की बढ़त के साथ 365 करोड़ रुपये रहा। वहीं, एक साल पहले कंपनी का मुनाफा 15 करोड़ रुपये था।
दिसंबर तिमाही में कंपनी की इनकम में भी तेजी आई है। कंपनी का कुल आय 19,693 करोड़ रुपये से बढ़कर 26,694 करोड़ रुपये हो गया। नौ महीने में कंपनी ने बीमाकर्ता से 1,157 करोड़ रुपये का लाभ कमाया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,001 करोड़ रुपये था।
अदित्य बिरला
अदित्य बिरला ने भी दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। इस तिमाही कंपनी का नेट प्रॉफिट 9.9 करोड़ रुपये से बढ़कर 42.3 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, कंपनी की इनकम में दोगुना की तेजी देखने को मिली है। कंपनी का नेट इनकम 26.7 करोड़ से बढ़कर 68.6 करोड़ रुपये हो गया।