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    Adani Group ने बॉन्ड सेल के जरिए जुटाए 1,250 करोड़, Hindenburg की रिपोर्ट के बाद पहला बड़ा फंड रेज

    By Gaurav KumarEdited By: Gaurav Kumar
    Updated: Thu, 13 Jul 2023 07:28 PM (IST)

    अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद अरबपति गौतम अदाणी की प्रमुख कंपनी ने जनवरी 2023 के बाद पहली बार स्थानीय मुद्रा बांड की बिक्री के माध्यम से 1250 करोड़ रुपये जुटाए हैं। पढ़िए पूरी खबर।

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    Adani raises Rs 1,250 cr through first bond sale since Hindenburg report

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: जनवरी 2023 में अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से पहली बार अरबपति गौतम अदाणी की प्रमुख कंपनी ने स्थानीय-मुद्रा बॉन्ड बिक्री के माध्यम से 1,250 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

    एनएसडीएल के आंकड़ों के मुताबिक अदाणी एंटरप्राइजेज ने अदाणी रोड ट्रांसपोर्ट के 21.4 फीसदी शेयर गिरवी रखकर नया कर्ज उठाया है। इसने सितंबर 2022 के बांड इश्यू के दौरान अदानी रोड ट्रांसपोर्ट के 1.95 प्रतिशत शेयर गिरवी रखे थे।

    स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी जानकारी

    स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा कि उसने निजी प्लेसमेंट बेसिस पर 1 लाख रुपये के अंकित मूल्य के 1,25,000 सुरक्षित, बिना रेटिंग वाले, असूचीबद्ध, प्रतिदेय, गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के आवंटन से 1,250 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

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    कितना है इंटरेस्ट रेट?

    अदाणी समूह ने फिलहाल ब्याज दर का खुलासा नहीं किया है, लेकिन नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक तीन साल के बॉन्ड पर 10 प्रतिशत का वार्षिक कूपन होता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह ने स्थानीय कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार में कदम रखा है।

    आखिरी बार कब जुटाया का फंड?

    आपको बता दें कि अदाणी एंटरप्राइजेज ने आखिरी बार पिछले साल सितंबर में 17 महीनों के लिए 8.40 फीसदी की यील्ड पर बांड के प्राथमिक प्लेसमेंट के माध्यम से धन जुटाया था। उस समय अदाणी समूह ने सरकारी बांड प्रतिफल से 140 बेसिस प्वाइंट अधिक पर फंड रेज किया था।

    145 बिलियन अमरीकी डालर का हुआ था नुकसान

    अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी में अदाणी समूह पर रिपोर्ट जारी कर धोखाधड़ी और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाया गया था, जिससे शेयर बाजार में गिरावट आई थी। रिपोर्ट के बाद से अदाणी समूह को लगभग 145 बिलियन अमरीकी डालर का नुकसान हुआ था।

    हालांकि इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों से इनकार किया है और अब वापसी की रणनीति बना रहा है जिसमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को फिर से तैयार करना, अधिग्रहण को खत्म करना, अपने नकदी प्रवाह और उधार के बारे में चिंताओं को दूर करने के लिए लोन का पूर्व भुगतान करना और नई परियोजनाओं पर खर्च की गति को कम करना शामिल है।