7th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों को मिल सकती है एक और खुशखबरी, जुलाई में DA बढ़ोतरी की उम्मीद
7th Pay Commission DA Hike जुलाई महीने में सरकारी कर्मचारी महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। इससे पहले मार्च 2023 में इस भत्ते में इजाफा किया गया था। वर्तमान समय में 42% भत्ता दिया जा रहा है। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। महंगाई भत्ते (Dearness Allowance-DA) पर सरकार जल्द ही खुशखबरी दे सकती है। इसी साल मार्च में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (DA) और केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए महंगाई राहत (DR) में चार फीसद की वृद्धि की गई थी। जुलाई, 2023 में अगली डीए बढ़ोतरी की उम्मीद की जा सकती है।
इतने फीसद तक बढ़ सकते हैं DA और DR
7वें वेतन आयोग मैट्रिक्स में निर्धारित स्तर के अनुसार, वर्तमान में महंगाई भत्ता और महंगाई राहत दर 42% है। इसे अगले संशोधन में बढ़ाकर 45% तक किया जा सकता है। वहीं, इससे पहले यह दर 38 फीसद थी। मार्च, अप्रैल, मई और जून 2023 से पहले के महीनों के लिए एआईसीपीआई-आईडब्ल्यू (AICPI-IW) डेटा जारी करने के बाद जुलाई 2023 की अपेक्षित डीए/डीआर दर जारी की जाएगी।
श्रम ब्यूरो के अनुसार, फरवरी 2023 के लिए AICPI-IW 0.1 अंक घटकर 132.7 हो गया, जबकि जनवरी 2023 का अखिल भारतीय सूचकांक 132.8 था। मार्च 2023 के लिए AICPI-IW डेटा 28 अप्रैल 2023 को जारी किया जाएगा। अगर फरवरी के डेटा को देखें तो पता चलता है कि DA/DR दर में कम से कम 3% की एक और वृद्धि हो सकती है।
जानकारी के लिए बता दें, श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत श्रम ब्यूरो द्वारा जारी अखिल भारतीय CPI-IW डेटा के अनुसार सरकार द्वारा महंगाई भत्ता दर तय की जाती है।
मूल वेतन में हुई इतनी बढ़ोतरी
1 जनवरी 2023 से केंद्र सरकार और केंद्रीय स्वायत्त निकायों द्वारा कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग के ग्रेड वेतन को भी बढ़ा दिया गया है। नए ग्रेड के अनुसार वेतन प्राप्त करने के लिए डीए की दर को मूल वेतन के 212% से बढ़ाकर 221% कर दिया है।
कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए डीए या डीआर में बढ़ोतरी का आधार हर महीने श्रम मंत्रालय द्वारा जारी औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) होता है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति मामूली रूप से घटकर 6.44% हो गई, मुख्य रूप से खाद्य और ईंधन वस्तुओं की कीमतों में मामूली कमी के कारण इसमें कमी देखी जा रही है।