ITR Filing के अलावा Form 16 से करें ये चार बड़े काम, बहुत कम लोगों को है जानकारी
Form 16 Uses फॉर्म-16 हमारे आईटीआर फाइलिंग से जुड़ा हुआ होता है। आईटीआर फाइल करते वक्त फॉर्म-16 की जरूरत पड़ती है। हालांकि आईटीआर फाइलिंग के अलावा इस फॉर्म का कई अलग-अलग जगह इस्तेमाल किया जा सकता है। आज हम आपको ऐसे चार जरूरी काम बताने वाले हैं। जिनमें फॉर्म-16 का इस्तेमाल किया जा सकता है। ओल्ड टैक्स रिजीम और नई टैक्स रिजीम दोनों में ही फॉर्म-16 का यूज होता है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आईटीआर फाइलिंग करने के लिए अब टैक्सपेयर्स के पास दो ऑप्शन है। जिनमें ओल्ड टैक्स रिजीम (Old Tax Regime) और नई टैक्स रिजीम (New Tax Regime) शामिल हैं। अगर आप इनमें से किसी भी टैक्स रिजीम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको फॉर्म-16 भरना ही पड़ता है।
हालांकि इस फॉर्म का सिर्फ टैक्स भरने के समय नहीं, बल्कि कई और जगह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। टैक्सपेयर्स के पास आईटीआर फाइल करने के लिए 31 जुलाई तक का समय बचा है। इससे पहले सभी टैक्सपेयर्स याद से आईटीआर फाइल कर लें, नहीं तो आपको भारी शुल्क भरना पड़ सकता है।
फॉर्म-16 का इन जगह भी हो सकता है इस्तेमाल
1. विजा में कर सकते है इस्तेमाल
अगर आप विदेश जाने का सोच रहे हैं और विजा अप्लाई करना चाहते हैं, तो यहां फॉर्म-16 का इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल विजा अप्लाई करते वक्त आपको फाइनेंशियल स्टेबिलिटी दिखानी होती है, जिसके लिए आप फॉर्म-16 का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस फॉर्म का इनकम प्रूफ की तरह उपयोग हो सकता है।
फॉर्म-16 के अलावा आप कंपनी से मिलने वाली पे-स्लीप का भी इनकम प्रूफ की तरह यूज किया जा सकता है।
2. लोन अप्लाई करते वक्त
अगर आप लोन अप्लाई करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां फॉर्म-16 का उपयोग किया जा सकता है। हर वित्तीय संस्था और बैंक लोन देते वक्त आपसे इनकम प्रूफ की मांग करती है। क्योंकि ये संस्थाएं केवल उन व्यक्तियों को लोन देती है, जिनके पास कोई स्थिर इनकम का सोर्स हो।
ऐसे में अगर आपके पास पे-स्लिप या कोई अन्य इनकम प्रूफ विकल्प नहीं है, तो फॉर्म-16 को चुना जा सकता है।
3. क्रेडिट कार्ड
अगर आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, तो यहां भी आपसे इनकम प्रूफ मांगा जाता है। क्योंकि क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करने के लिए आपके पास एक इनकम सोर्स होना जरूरी है। चाहे आप कोई-सा भी क्रेडिट कार्ड लें, कंपनी आपसे इनकम प्रूफ मांगती है। इसके लिए आप इनकम प्रूफ के रूप में फॉर्म-16 का उपयोग कर सकते हैं।
4. नौकरी बदले वक्त हो सकता है उपयोग
नौकरी चेंज करते वक्त आपको नई कंपनी को इनकम प्रूफ दिखाना होता है। फिर चाहे टीडीएस दिखाना हो या इनकम अमाउंट की डिटेल्स, इन दोनों में ही फॉर्म-16 का इस्तेमाल हो सकता है। अगर आप पास पर्याप्त पे-स्लिप ना हो, तो आईटीआर फाइलिंग में इस्तेमाल होने वाले फॉर्म-16 का उपयोग किया जा सकता है।
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