रेलवे से जुड़ी परियोजनाओं की लागत में वृद्धि, 216 परियोजनों की लागत 2.46 करोड़ रुपये हुई
रेलवे से जुड़ी 216 परियोजनाओं की लागत 2.46 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रेलवे से जुड़ी 216 परियोजनाओं की लागत 2.46 लाख करोड़ रुपये हो गई है। केंद्र सरकार की 358 परियोजनाएं जो कई कारणों से पीछे चल रही हैं, इनमें 60 फीसद परियोजनाएं रेलवे की हैं। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की जुलाई 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे की 216 परियोजनाओं की लागत 2.46 लाख करोड़ रुपये हो गई है। बता दें कि सांख्यिकी मंत्रालय नियमित तौर पर 150 करोड़ रुपये या उससे अधिक की केंद्रीय क्षेत्र की परियोजनाओं की निगरानी करता है।
रिपोर्ट के अनुसार, 216 परियोजनाओं की कुल लागत 1,65,343.22 करोड़ रुपये थी। अब इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत 149.28 फीसद बढ़कर 4,12,160.04 करोड़ रुपये हो गई है। मंत्रालय ने जुलाई महीने में रेलवे की 350 प्रोजेक्ट की निगरानी की। रिपोर्ट के अनुसार, 65 परियोजनाओं में तीन महीने से 374 महीने की देरी हुई।
रेलवे के बाद, पॉवर सेक्टर परियोजनाओं की लागत में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। मंत्रालय की निगरानी वाली पॉवर सेटर की 110 परियोजनाओं में से 45 की लागत 63,973.82 करोड़ रुपये बढ़ गई है। इन 45 परियोजनाओं की लागत 1,78,005,08 करोड़ रुपये थी जो अब बढ़कर 2,41978,90 करोड़ रुपये हो गई है। पॉवर सेक्टर की 110 परियोजनाओं में से 36 में एक महीने से 135 महीने की देरी हुई है।